मधुबनी: जिले के आईएसओ मान्यता प्राप्त अनुमंडलीय अस्पताल में गंदगी का ढेर लगा हुआ है. जिसके चलते मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. स्वास्थ्य विभाग भगवान भरोसे ही चल रहा है. जबकि नीतीश कुमार स्वास्थ्य विभाग पर करोड़ों रुपए खर्च कर रहे है. लेकिन इतनी रकम खर्च करने के बावजूद भी स्वास्थ्य व्यवस्था में कोई सुधार देखने को नही मिल रहा है.
अस्पताल में लगा कूड़े का ढेर अस्पताल में लगा गंदगी का भरमार
स्वास्थ्य विभाग मूकदर्शक बना हुआ है. अस्पताल पुरी तरह से गंदगी से भरा पड़ा है. चाहे वो अस्पताल का बेडसीट हो या बेसिन हो, हर तरफ सिर्फ गंदगी का ढ़ेर लगा हुआ है. चार एम्बुलेंस होने के बावजूद भी एक ही एम्बुलेंस के भरोसे पुरा अस्पताल चल रहा है. जिसके चलते गरीब परिवारों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है.
अस्पताल में गंदगी का भरमार एंबुलेंस की कमी
अस्पताल के उपाधीक्षक श्याम किशोर चौधरी ने बताया एक एम्बुलेंस खराब पड़ी हुई है और दूसरे एम्बुलेंस से गर्भवती और प्रसव महिलाओं को सुविधाएं दी जाती है. जिससे कठिनाई तो काफी होती है. लेकिन सरकार के दिशा-निर्देश के अनुसार ही एम्बुलेंस की मरम्मत की जाएगी. वहीं राज्य सरकार के पूर्व मंत्री नीतीश मिश्रा ने भी एक एम्बुलेंस मुहैया कराया था. लेकिन वो भी खराब पड़ा हुआ है. जिसके चलते प्राइवेट गाड़ी या निजी एम्बुलेंस से मरीजों को अस्पताल आना पड़ता है. अस्पताल में डॉक्टर,नर्स और स्टाफ की बहुत कमी है.
अस्पताल में एम्बुलेंस की कमी स्थानीय लोगों में आक्रोश
स्थानीय लोगों का कहना है कि महिलाओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इसके उपरांत भी एम्बुलेंस मुहैया नही करवाया जाता है. डॉक्टर की घोर कमी के कारण मरीजों का इलाज भी सही ढ़ग से नही हो पाता. मरीजों को मिलने वाले भोजन सामग्री भी सही से नही दी जाती है. जिसके चलते लोगों में काफी आक्रोश है.
अस्पताल में स्वच्छता का अभाव