मधुबनी: जिले के गोपलखा गांव के पास कमला बलान नदी का बांध का कार्य बारिश के कारण बीच में ही रुक गया है. प्रशासन का कहना है कि बारिश के कारण इस बनाने में परेशानी हो रही है. इसलिए इसे बरसात के बाद पूरा किया जाएगा. आपको बता दें कि बाढ़ आने के कारण यह बांध टूट गया था.
मधुबनी: कमला बलान नदी बांध का मरम्मती कार्य अधर में लटका, बाढ़ से डरे हुए हैं ग्रामीण - एसडीएम अंशुल अग्रवाल
जिला प्रशासन ने तुरंत और सक्रियता से बांध का मरम्मत कार्य शुरू करवाया, लेकिन इसे बीच में ही छोड़ना पड़ा. ग्रामीण काफी डरे हुए हैं. उनका कहना है कि कमला बलान नदी का जलस्तर फिर बढ़ता है तो यह गांव बाढ़ की चपेट में एक बार फिर आ सकता है.
बांध का काम अधूरा रह गया
कमला बलान नदी में आई बाढ़ के कारण नदी के पश्चिमी तटबंध गोपलखा गांव के पास टूट गया था. बांध के टूटने से गोपलखा गांव पूरी तरह से बाढ़ में डूब गया. इससे कई मकान बाढ़ में बर्बाद हो गए. वहीं कई लोगों की मौत भी हो गई. बताया जाता है कि जिले में कुल 35 लोगों की मौत बाढ़ के कारण हुई. इससे करोड़ों रुपए की संपत्ति का नुकसान भी हो गया. अभी भी लोग घर से बेघर हुए हैं. बाढ़ के बाद एक महीने तक बेघर ग्रामीणों ने बांध पर शरण ली थी.
बाढ़ से डरे हुए हैं ग्रामीण
जिला प्रशासन ने तुरंत और सक्रियता से बांध का मरम्मत कार्य शुरू करवाया, लेकिन इसे बीच में ही अधूरा छोड़ना पड़ा. इससे ग्रामीण काफी डरे हुए हैं. बरसात का महीना है और अगर कमला बलान नदी का जलस्तर फिर बढ़ता है तो यह गांव बाढ़ की चपेट में एक बार फिर आ जाएगा. वहीं झंझारपुर के एसडीएम अंशुल अग्रवाल ने बताया कि बांध मरम्मत कार्य शुरू किया गया. लेकिन बारिश के कारण इसे बीच में ही छोड़ दिया गया है. लेकिन बांध को इतना बना दिया गया है अगर पानी फिर से आएगा तो एक जगह नहीं रुकेगी. जिससे बाढ़ आने का खतरा न के बराबर है.