मधुबनी: वैश्विक महामारी कोरोना के बढ़ते संक्रमण को लेकर भारत में युद्धस्तर पर तैयारी की जा रही है. कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए रेलवे प्रशासन ने ट्रेन की बोगियों को आइसोलेशन वार्ड में तब्दील करने की कवायद शुरू कर दी है. सरकार से लेकर प्रशासन तक कोरोना संक्रमण संकट को गंभीरता से लेते हुए पूरी तरह से अलर्ट पर है. किसी भी प्रकार की चूक न हो और महामारी फैलने न पाए. इसके लिए व्यापक तैयारियां चल रही है.
कोरोना से लड़ने में एकजुट देश, ट्रेनों में तैयार किया जा रहा आइसोलेशन वार्ड - protection from coronavirus
कोरोना वायरस से निपटने के लिए रेलवे में भी ट्रेन के कोचों को आइसोलेशन वार्ड में तैयार किया जा रहा है. इसके लिए रेलवे और स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से काम में जुटा है.
कोरोना पीड़ितों के लिए ट्रेन की बोगियों को आइसोलेशन वार्ड में तब्दील करने के लिए बीच वाले बर्थ को एक तरफ से हटा दिया गया है. वहीं, पीड़ित के सामने से तीनों बर्थ भी हटा दिए गए हैं. साथ ही बर्थ पर चढ़ने के लिए सभी सीढ़ी भी हटा दी गई है. आइसोलेशन कोच को तैयार करने के लिए बाथरूम गलियारे क्षेत्रों और अन्य क्षेत्रों को भी संशोधित किया है. एक कोच में एक बार में 18 लोगों को आइसोलेट किया जा सकता है. वहीं, हर एक केबिन में एक मरीज रहेगा. साथ में तीन केबिन डॉक्टर्स टीम की होगी. ट्रेन की बोगी में बनाए जा रहे आइसोलेशन वार्ड सभी सुविधाओं से लैस होगी.
'आगे भी बन सकता है आइसोलेशन वार्ड'
इस आइसोलेट कोच का नाम रक्षक वार्ड रखा गया है. सात ट्रेन के डिब्बों को वाशिंग पीठ पर लाकर साफ-सफाई और सैनिटाइजेशन का कार्य किया जा रहा है. जयनगर स्टेशन के ईडब्ल्यूएस राम कुमार राय ने बताया कि वैश्विक महामारी कोरोना संकट से लड़ने के लिए जयनगर में खड़ी सात बोगी वाली ट्रेन को समस्तीपुर रेल प्रमंडल के वरीय पदाधिकारी डीआरएम के आदेशानुसार आइसोलेशन में तब्दील किया जा रहा है. जिसमें मरीजों के लिए सारी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध होगी. उन्होंनेकहा कि आगे और 10 कोच को आइसोलेशन करने को कहा गया है.