मधुबनी: देश में कोरोना वायरस की दस्तक और दहशत का असर अब बिहार में भी देखने को मिलने लगा है. पूरा बिहार अलर्ट मोड में आ गया है. जिले के सीमावर्ती इलाके में अलर्ट के बाद अब जिला प्रशासन और स्वास्थ्य महकमा भी सतर्क हो गया है. इसके लिए सदर अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड का निर्माण किया गया है.
आइसोलेशन वार्ड का किया गया निर्माण जांच कैंम्प चालू करने का निर्देश
सिविल सर्जन डॉ केसी चौधरी ने बताया की कोरोना वायरस को लेकर जिले में विशेष सतर्कता बरती जा रही है. इंडो-नेपाल बोर्डर पर नेपाल के रास्ते चीन और फिलीपींससे आने वाले विदेशियों को जांच करने के बाद ही जिले में प्रवेश करने की अनुमति दी जा रही है. साथ ही नेपाल सीमा से सटे पंचायत में जांच कैंम्प चालू करने का निर्देश दिया गया है.
विशेष चौकसी बरतने का निर्देश
सीएस ने बताया कि बॉर्डर इलाके के 7 पंचायत में 13 जगहों पर जांच केंद्र बनाए जाने का आदेश दिया गया है. इंडो-नेपाल सीमा के बॉर्डर पर एसएसबी जवान को विशेष चौकसी बरतने का निर्देश दिया गया है. फिलहाल एक भी कोरोना वायरस का मरीज जिले में नहीं मिला है.
'इंट्री प्वाइंट पर मेडिकल टीम तैनात'
स्वास्थ्य विभाग ने निर्देश दिया गया है कि विदेश से आने वाले कोई भी व्यक्ति को बुखार, सर्दी-खांसी, सांस लेने में तकलीफ की शिकायत है या नहीं है. दोनों परिस्थितियों में स्वास्थ्य विभाग को सूचित करने का निर्देश दिया गया है. स्वास्थ्य महकमा ने जिला के नेपाल सीमा से सटे सात प्रखंडों मधवापुर, हरलाखी, बासोपट्टी, जयनगर, लदनिया, खुटौना औरह लौकही के इंट्री प्वाइंट पर मेडिकल टीम को तैनात रहने का निर्देश दिया है. सीएस डॉ. केसी चौधरी ने बताया कि मेडिकल टीम में एसएसबी का सहयोग लिया जा रहा है.