मधुबनी: एक बार फिर एक नाबालिग के साथ जिले मेंगैंगरेप की घटना को मनचलों के द्वारा अंजाम दिया गया है. घटना साहरघाट थाना क्षेत्र के एक गांव की है. 15 वर्षीय नाबालिग लड़की घास काटने गई थी. उसी दौरान उसके साथ गैंगरेप किया गया. पीड़िता के परिजनों कि मानें तो गांव के ही पांच लड़कों ने खेत में लड़की को पहले पैसे का लालच दिया, फिर जबरन लड़की के साथ बारी-बारी से दुष्कर्म किया. इतना ही नहीं गैंगरेप का वीडियो बनाकर उसे वायरल भी कर दिया.
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मधुबनी में नाबालिग के साथ गैंगरेप: गैंगरेप के बाद लड़की को बेहोशी की हालत में छोड़कर सभी फरार हो गए. होश आने पर लड़की किसी तरह अपने घर पहुंची. लेकिन नाबालिग घटना के बाद काफी डर गई थी. डर के कारण वारदात के बारे में उसने किसी को भी नहीं बताया. गांव के पांच युवकों पर दरिंदगी का आरोप है जो साहरघाट थाना क्षेत्र के निवासी बताए जाते हैं. पीड़िता के परिजनों ने बताया कि घटना के बारे में गांव के लोग ही वीडियो के बारे में तरह-तरह से चर्चा कर रहे थे. उसके बाद आरोपी के घर जाकर हमने मोबाइल में वीडियो देखा तो घटना सही थी.
पंचायत में मामले को रफा-दफा करने की कोशिश: सरपंच के माध्यम से पंचायत बैठाया गया, जिसमें पैसे लेकर मामला रफा दफा के लिए दबाव बनाया गया. हालांकि बाद में साहरघाट थाना जाकर आवेदन दिया गया. पॉक्सो एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज कर पुलिस ने पीड़िता को मेडिकल के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है. वहीं मामले में पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार ने कहा कि दुष्कर्म मामले में परिजन ने विलम्ब से थाना को सूचना दी है. फिलहाल किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है.
"पुलिस ने कांड दर्ज कर लिया है और नाबालिग को मेडिकल के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है. मामले में जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी."-सुशील कुमार, एसपी, मधुबनी
किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं:अब सवाल उठना लाजिमी है कि इस तरह की दरिंदगी वाली घटना में आखिर ग्राम कचहरी को मामला दबाने का अधिकार किसने दिया? घटना के सात दिन गुजरने के बाद भी पंचायती ही क्यों होती रही, स्थानीय थाना पुलिस आखिर सात दिनों तक किस बात का इंतजार करती रही? अब इस मामले में पीड़िता को न्याय का इंतजार है. देखना होगा कि आखिर पुलिस इस मामले में कब तक कार्रवाई करती है.