नई दिल्ली/मधुबनीः साउथ वेस्ट रीजन की स्पेशल सेल पुलिस टीम ने 10 रुपये के जाली सिक्कों काे बनाने वाले गिराेह का खुलासा करते हुए दाे आरोपियों को गिरफ्तार (Madhubani Youth Arrested From Fake Coin Facotory In Delhi ) किया है. इस मामले में फैक्ट्री में काम करने वाले बिहार के तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान बहादुरगढ़, हरियाणा के नरेश कुमार और मधुबनी बिहार के संतोष कुमार मंडल उर्फ कुर्ता के रूप में हुई है. संतोष फैक्ट्री में सुपरवाइजर काम देखता था. वहीं हिरासत में लिये लोगों में धर्मेंद्र कुमार शर्मा, धर्मेंद्र महतो और श्रवण कुमार शर्मा शामिल है. ये सभी संतोष के निगरानी में काम करता था.
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10112 जाली सिक्के बरामदः पुलिस के अनुसार नकली सिक्के के कारोबार में लिप्त नरेश कुमार नाम के एक पेडलर के बारे में सूचना मिली थी. इसकी जांच के क्रम में जाली सिक्कों के उत्पादन और सप्लाई के सिंडिकेट का पता चला. कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम ने 22 अप्रैल को मंडका के पीवीसी मार्केट के पास टिकरी बॉर्डर से झरोंदा कलां गांव में छापेमारी की और वहां से नरेश कुमार को दबोच लिया गया. इसके पास से 10 रुपये के कुल 10112 जाली सिक्के बरामद किए गए. सिक्कों को जब्त कर पुलिस ने नरेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया.
हरियाणा के दादरी में फैक्ट्रीः शुरुआती पूछताछ में उसने पुलिस काे गलत जानकारी देने की कोशिश की. लेकिन जब पुलिस ने उसके खिलाफ मिले सबूतों के साथ सख्ती से पूछताछ की, तो उसने जाली सिक्कों के कारोबार में लिप्त होने की बात स्वीकार ली. पूछताछ में उसने हरियाणा के दादरी जिले स्थित इमलोता गांव में जाली सिक्कों के निर्माण की फैक्ट्री होने का खुलासा किया. जिस पर पुलिस टीम ने वहां छापेमारी कर जाली सिक्के बनाने की चार यूनिट के साथ काफी मात्रा में निर्मित-अर्ध निर्मित सिक्के और अन्य रॉ मैटेरियल बरामद किए.
बरामद उपकरणों और सिक्कों का विवरण
- नरेश कुमार के कब्जे से 1 लाख 11हजार 20 रुपये के जाली सिक्के
- इलेक्ट्रिक मोटर, डाई आदि के साथ प्रेशर मशीनों की चार यूनिय
- कुल 20 पैक्ड डिब्बों में प्रत्येक में 10 रुपये मूल्यवर्ग के 4000 सिक्के
- कुल 70 किलोग्राम अर्द्ध निर्मित सिक्के
- भारत सरकार टकसाल नोएडा की छपाई के साथ स्टिकर