मधुबनी: जिले में आई भीषण बाढ़ से हुई क्षति का सर्वेक्षण करने के लिए 7 सदस्य केंद्रीय टीम मधुबनी पहुंची. इस टीम को तीन डिवीजन बनाकर सर्वेक्षण के लिए भेजा गया है. पहली टीम जयनगर, दूसरी बेनीपट्टी अनुमंडल और तीसरी टीम झंझारपुर अनुमंडल के बाढ़ ग्रस्त इलाके का सर्वेक्षण करेगी.
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का किया दौरा
इस दौरान सबसे पहले अधिकारियों के साथ समीक्षात्मक बैठक की गई. इसके बाद टीम ने झंझारपुर अनुमंडल के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया. टीम ने गोपालखा, नरूआर, रखवारी और जहां-जहां बांध टूटे हुए थे, उन जगहों का निरीक्षण किया. इसके साथ ही आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए गए हैं.
बाढ़ पीड़ितों को मिलेगी हरसंभव मदद- डीएम
जिला पदाधिकारी कपिल अशोक ने बताया कि केंद्रीय टीम बाढ़ से हुई क्षति का सर्वेक्षण करने के लिए मधुबनी आई है. 7 सदस्य टीम तीन डिवीजन बनाकर बाढ़ से क्षतिग्रस्त इलाकों का सर्वेक्षण कर रही है. उन्होंने कहा कि पहली टीम जयनगर, दूसरी टीम बेनीपट्टी अनुमंडल क्षेत्र और तीसरी टीम झंझारपुर अनुमंडल क्षेत्र में सर्वेक्षण कर रही है. केंद्रीय टीम को धन्यवाद देते हुए डीएम ने कहा कि हम मधुबनी जिला के प्रति काफी संवेदनशील हैं. हर एक पहलू पर बारीकी से समीक्षा की गई है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बाढ़ पीड़ितों को सहायता राशि मिल रही है या नहीं, इस विषय पर भी अधिकारियों की टीम के साथ समीक्षा बैठक की गई है.
बाढ़ से हुई क्षति का सर्वेक्षण करने मधुबनी पहुंची केंद्रीय टीम कई अधिकारी रहे मौजूद
गृह मंत्रालय के सचिव रमेश कुमार के नेतृत्व में 7 सदस्य केंद्रीय दल में वित्त मंत्रालय के निदेशक डॉ भारतेंदु कुमार सिंह चावला, अनुसंधान केंद्र पटना के निदेशक वीरेंद्र सिंह, जल शक्ति मंत्रालय पटना के निदेशक मुकेश कुमार सिंह, सड़क एवं राज्य मार्ग परिवहन मंत्रालय बिहार कार्यालय के चीफ इंजीनियर आरपी सिंह, ग्रामीण विकास मंत्रालय के उप सचिव एचआर मीना और ऊर्जा मंत्रालय के उप निदेशक लवकुश सिंह मौजूद रहे.