मधुबनी:नगर भवन में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान और पोषण पखवाड़ा कार्यक्रम की शुरुआत की गई. इस कार्यक्रम की शुरुआत अपर समाहर्ता अवधेश राम ने की. वहीं, कार्यक्रम के दौरान आईसीडीएस और परिवहन विभाग की ओर से 500 सरकारी और प्राइवेट वाहनों पर जागरूकता के लिए स्टीकर लगाए गए.
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इस मौके पर अपर समाहर्ता अवधेश राम ने हरी झंडी दिखाकर जागरुकता रथ को रवाना किया. उन्होंने कहा कि गाड़ियों पर लगे स्टीकर के जरिए लोगों को जागरूक किया जाएगा. साथ ही बेटियों को बचाने और पढ़ाने के लिए जागरूक करने के साथ ही शपथ दिलवाया जाएगा.
'बेटियों को शिक्षित करने के लिए करें प्रेरित'
इसके अलावा अपर समाहर्ता अवधेश राम ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों और कर्मियों को निर्देश दिया कि बेटियों को अधिक से अधिक शिक्षित करने के लिए प्रेरित करें. जो बेटियां बीच में ही पढ़ाई छोड़ चुकी है, उन उन्हें भी स्कूल में लाया जाए. आंगनबाड़ी केंद्रों पर सरकार की ओर से निर्धारित मापदंडों के अनुसार तमाम सुविधाएं मुहैया कराई जाएं. सभी गर्भवती महिलाओं को उचित आहार मुहैया कराने की सलाह दी जाए. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी डिलीवरी के बाद जच्चा और बच्चा की देखभाल अस्पताल में रखकर करें.
गुड्डा-गुड़िया बोर्ट पर जानकारी देने के निर्देश
इस मौके पर आईसीडीएस डीपीओ डॉ. रश्मि वर्मा ने बताया जिले के प्रत्येक प्रखंड के 50 आंगनबाड़ी केंद्रों पर गुड्डा-गुड़िया बोर्ड लगाए जाने का निर्देश दिया गया है. इस बोर्ड पर गांव में हर महीने कितने बेटे और बेटियां पैदा हुई इसकी सूचना देनी होगी. वहीं, हर महीने आंगनबाड़ी केंद्रों पर अन्नप्राशन और गोदभराई कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा.
पीएम मोदी का अभियान ने लिया आंदोलन का रूप
बता दें कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी. यह अभियान अब आंदोलन का रूप ले चुका है. बड़े शहरों से लेकर गांवों तक अलग-अलग माध्यमों से लोगों को जागरुक किया जा रहा है.
कई अधिकारी रहे मौजूद
जागरूकता रथ को रवाना किये जाने के मौके पर विशेष कार्य पदाधिकारी, जिला परिवहन पदाधिकारी, डीआरडीए निदेशक, स्थापना उप समाहर्ता, प्रभारी जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला पंचायत राज पदाधिकारी, जिला नजारत उप समाहर्ता, सामाजिक सुरक्षा कोषांग और निदेशक सहित अन्य वरीय उप समाहर्ता उपस्थित मौजूद रहे.