मधुबनी: सीएम नीतीश कुमार बिहार में बिजली आपूर्ति को लेकर अपनी पीठ थपथपा रहे हैं, हर घर बिजली मुहैया कराने की बात कर रहे हैं. लेकिन, जमीनी हकीकत कुछ और बयां कर रही है. जिले के नारायणपुर फीडर स्थित महिनाथपुर पंचायत में 100 उपभोक्ताओं को वर्षों से बांस के सहारे बिजली दी जा रही है.
आंख-मिचौली करती है बिजली
बिजली विभाग मुकदर्शक बना हुआ है, नारायणपुर फीडर से बिजली उपलब्ध करवाई गई है. जहां उपभोक्ताओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इस भीषण गर्मी में उन्हें लो वोल्टेज की समस्या, बिजली की कटौती से जूझना पड़ रहा है. बिजली आंख-मिचौली का काम कर रही है.
मीटर कनेक्शन एवं बिजली खम्भे की व्यवस्था नहीं
बिजली विभाग द्वारा उपभोक्ताओं को मीटर कनेक्शन एवं बिजली खम्भे की व्यवस्था नहीं मिल रहा है. उसके उपरांत भी बिजली विभाग अपना बिजली बिल वसूलने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि बिना मीटर का ही बिजली विभाग मनमर्जी से 400 से 500 रुपये वसूल रहा है.उपभोक्ताओं ने कई बार इसकी शिकायत विभाग के अधिकारियों को की है. लेकिन उनकी किसी तरह की सुनवाई नहीं हुई, सिर्फ उन्हें आश्वासन मिला है.
केरोसिन तेल की भी नहीं मिलती सुविधा
लोगों का कहना है कि इस प्रचंड गर्मी में पंखे का सहारा भी नहीं मिलता है, खासकर शाम के समय में बच्चों को पढ़ाई करने में काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है. क्योंकि सरकार द्वारा किरोसिन तेल की सुविधा नहीं के बराबर दी जा रही है. ग्रामीणों ने कहा हमारे यहां बांस के सहारे ही बिजली के तार को घर तक पहुंचाया गया है.
बहुत जल्द पोल की व्यवस्था कर दी जाएगी- अधिकारी
कार्यपालक पदाधिकारी अरविंद कुमार ने बताया कि अधिकांश गांवों में पोल की व्यवस्था की गई है और जहां-जहां नहीं है, उसके लिए एस्टिमेट भेजा गया है. बहुत जल्द पोल की व्यवस्था कर दी जाएगी.