मधुबनी:बीते 6 मई को जेल में अशोक शाह नामक कैदी की संदिग्ध मौत की जांच के लिए जिला प्रशासन ने एक टीम बनाई है. इस जांच टीम में जिला आपूर्ति पदाधिकारी की अध्यक्षता में एसडीएम झंझारपुर और डीएसपी झंझारपुर शामिल हैं. मृतक के परिवार को शक है कि जेल प्रशासन ने उसकी हत्या की है.
एसडीएम झंझारपुर अंशुल अग्रवाल ने बताया कि पिछले 6 मई को अशोक शाह नामक कैदी की संदिग्ध मौत हुई थी. जिसको लेकर मृतक की पत्नी ने आवेदन दिया था. इस आवेदन के तहत जिला पदाधिकारी ने एक जांच टीम बनाई है. जांच टीम में निष्पक्ष जांच कर रिपोर्ट देने को कहा गया है.
मृतक की पत्नी और एसडीएम का बयान क्या है मृतक की पत्नी का आरोप?
दरअसल, मृतक की पत्नी का आरोप है कि जेल स्टॉफ अशोक शाह को प्रताड़ित करते थे. उन्होंने ही अशोक शाह की हत्या की है. मृतक की पत्नी ने साफ तौर पर कहा है कि अमित शाह को पैसे की खातिर पीट-पीटकर मार दिया गया है. मृतक की पत्नी ने मानवाधिकार आयोग से भी जांच करने की मांग की है. इस बाबत उन्होंने व्यवहार न्यायालय झंझारपुर में भी बयान दिया है.
SDM ने दी जानकारी
एसडीएम ने बताया कि पोस्टमार्टम के आधार पर और साथी कैदियों के बयान पर रिपोर्ट बनाकर सौंपी जाएगी. साथ ही यह भी कहा कि मृतक अशोक शाह ब्लड प्रेशर का मरीज था. जिस दिन उसकी मौत हुई, उस दिन भी उसके पॉकेट से बीपी का दवाई मिली थी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी बीपी और ब्रेन हेमरेज की बात बताई गई है. एसडीएम ने परिजनों के आरोप को सिरे से खारिज किया है. कैदी की मौत होने के तुरंत बाद जेल अधीक्षक और डॉक्टर के छुट्टी पर चले जाने से परिजनों को शक हो रहा है. जबकि यह महज एक इतेफाक है. अब जांच रिपोर्ट के बाद ही खुलासा हो पाएगा कि आखिर कैदी की मौत किन हालातों में हुई.