मधेपुरा: बिहार सरकार जन्म से लेकर मृत्यु तक लोगों को सहायता राशि मुहैया कराती है. हालांकि जिले में लोगों को सहायता पाने के लिए सरकारी कार्यालयों का चक्कर लगाना पड़ रहा है. निःसहाय लोगों के निधन पर कफन खरीदने और दाह संस्कार के लिए कबीर अंत्येष्टि योजना के तहत तुरंत सहायता राशि दी जाती है. हालांकि मधेपुरा में इस राशि को पाने में छः महीने बीत जाते हैं, फिर भी राशि मिल नहीं पाती.
ईटीवी भारत से बातचीत करते कबीर अंत्येष्टि योजना से वंचित परिजन गौरतलब है कि सरकारी नियमानुसार गरीब और निःसहाय के निधन पर परिजनों को कबीर अंत्येष्टि योजना के तहत तीन हजार रुपया तुरंत आर्थिक सहयोग के रूप में दी जाती है. ताकि, कफन खरीदने और दाह संस्कार करने में परेशानी नहीं हो. लेकिन मधेपुरा नगर परिषद के लापरवाह अधिकारी और कर्मचारी के कारण सरकार की योजना का लाभ उठाने से लोग वंचित हैं. वहीं, परिजनों को राशि मिलना तो दूर कोई भी कर्मचारी कुछ बताने को तैयार नहीं है.
विरोध में वार्ड पार्षद केरेंगी भूख हड़ताल
सरकारी अधिकारी और कर्मचारी के इस रवैये से वार्ड संख्या 14 की वार्ड पार्षद रेखा देवी काफी नाराज हैं. उन्होंने नगर परिषद कार्यालय के मुख्य पर कबीर अंत्येष्टि योजना की राशि दिलाने की मांग को लेकर 13 सितम्बर से भूख हड़ताल करने की घोषणा है. इसकी सूचना मुख्यमंत्री, जिलाधिकारी और नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी को भी दी गई है.
दर्जनों परिवार सहायता राशि से वंचित
वहीं, उनके वार्ड में पीड़ित अनिल कुमार ने ईटीवी भारत को बताया कि परिजन का दाह संस्कार करने के लिए पैसे नहीं थे. वार्ड पार्षद और लोगों ने मदद की. लगातार सरकारी कार्यालय का चक्कर लगाया, लेकिन सहायता राशि नहीं मिल पायी. अनिल के अलावे एक दर्जन से अधिक ऐसे पीड़ित परिजन हैं जिनके परिवार के सदस्यों का निधन हुआ है. हालांकि पैसों के अभाव में मुहल्ले के लोगों से आर्थिक सहयोग लेना पडा.
नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी प्रवीण कुमार जल्द मिलेगी सहायता राशि
इस संबंध में नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी प्रवीण कुमार ने कबीर अंत्येष्टि की राशि मिलने में देरी पर सफाई देते हैं. उन्होंने बताया कि राशि पाने में कुछ अड़चन है. बैकलॉग के कारण दिक्कतें आ रही है. इसे निपटारा कर समस्या का समाधान कर लिया जायेगा. लोगों को आश्वासन देते हुए कहा कि सभी को जल्द ही सहायता राशि उपलब्ध करा दी जायेगी.