मधेपुरा:बिहार के मधेपुरा ( Madhepura News ) जिले के चौसा प्रखंड के मोरसंडा पंचायत में कटाव एक बार फिर से तेज कटाव हो रहा है. कोसी नदी में पानी बढ़ने से अबतक सैकड़ों एकड़ उपजाऊ जमीन सहित स्थानीय लोगों के कच्चे और पक्के मकान नदी में विलीन हो चुके हैं. वहीं स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने आरोप लगाया है कि मधेपुरा जिला प्रशासन कटाव निरोधी कार्य ( Anti Erosion Work ) के नाम पैसे का सिर्फ बंदरबांट कर रहा है.
पांच सालों से स्थिति जस की तस
चौसा प्रखंड के मोरसंडा पंचायत में पिछले पांच सालों से कटाव हो रहा है. हर साल जमीन और लोगों के आशियाने कट रहे हैं. लेकिन कटाव को रोकने का स्थायी निदान सरकार और स्थानीय प्रसाशन द्वारा नहीं किया जा सका है. उल्लेखनीय बात तो यह है कि पिछले पांच साल से कटाव निरिधक कार्य के नाम पर लाखों लाख रुपये की निकासी गई लेकिन कोई स्थायी समाधान नहीं निकला है.
कटाव निरोधी कार्य के नाम पर खानापूर्ति
वहीं हाल के दिनों में जब कोसी नदीं में पानी बढ़ने लगा और कटाव तेज हो गया तो विभागीय अधिकारी की नींद खुली और कुछ बोरे में मिट्टी भरकर कटाव स्थल के पास रख दिया गया है. जो धीरे धीरे नदी में समा रहा है. जिसे कोई देखने वाला नहीं है.