मधेपुरा: जिले के कॉलेज चौक से लेकर कर्पूरी चौक तक बहुजन क्रांति मोर्चा के सैंकड़ों कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. वहीं, इस दौरान नागरिकता संशोधन कानून को वापस लेने की मांग के साथ सरकार विरोधी नारे भी लगाए गए. प्रदर्शनकारियों ने सरकार से इस काला कानून को वापस लेने की मांग की.
लोकतंत्र में जनता सर्वोपरि
बहुजन क्रांति मोर्चा के नेता आनंद कुमार ने कहा कि सरकार की ओर से इस कानून को पारित तो कर दिया गया, लेकिन सरकार जनता से ऊपर नहीं हो सकती. जनता अपने हक और अधिकार के लिए इस कानून का विरोध करेगी.
कानून वापस लेने की मांग
फ्रेंड्स ऑफ तेजस्वी संगठन के मोहम्मद आलम ने कहा कि नागरिकता संसोधन कानून एक काला कानून है, जिससे देश के सभी वर्गों को खतरा है. उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार भारत की गंगा-जमुनी तहजीब को खत्म करना चाहती है. इसलिए हम सरकार से इस कानून को जल्द से जल्द वापस लेने की मांग करते है.
सीएए और एनआसी के खिलाफ प्रदर्शन प्रदर्शन के कारण यातायात प्रभावित
प्रदर्शन के दौरान शहर के मुख्य चौक चौराहों पर यातायात प्रभावित रहा, जिससे आम लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. बता दें कि सीएए और एनआरसी के खिलाफ विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है. कानून पारित होने के बाद से ही देशभर के विभिन्न हिस्सों में सरकार के खिलाफ इस कानून को लेकर विरोध जारी है.