मधेपुरा:बिहार के मधेपुरा (Madhepura) में एक दर्जन गांव ऐसे हैं, जहां की लड़की और लड़के से दूसरे गांव के लोग अपनी बेटी और बेटे की शादी नहीं करना चाहते हैं. इसकी वजह यह है कि सभी पंचायत नदी से घिरे हैं (Panchayats surrounded by river). इन पंचायत में जाने-आने का एक मात्र साधन नाव ही है. सरकार भले ही विकास के लाख दावे क्यों न कर ले. लेकिन अब भी आवागमन की मुक्कमल व्यवस्था करने में सरकार फेल है.
ये भी पढ़ें:गंगा, गंडक, घाघरा, कोसी, कमला बलान जैसी नदियों का क्या है हाल? जानें कहां कितना खतरा
शादी करने के लिए लोग परेशान
मधेपुरा जिले के चौसा प्रखंड अंतर्गत स्थित मोरसंडा पंचायत सहित आस-पास के गांव के बगल से गुजरने वाली नदी में पुल नहीं बनाया गया है. जिसके कारण दूसरे गांव के लोग अपनी बेटी और बेटे की शादी नहीं करना चाहते हैं. यही कारण है कि इस गांव में कुंवारे लड़के और लड़की की फौज खड़ी हो गयी है. अपनी बेटे और बेटी की शादी करने के लिए लोग परेशान हैं.
कई लोगों की हो चुकी है मौत
बता दें कि इस गांव के लोग पूरे साल जान जोखिम में डालकर नदी पार करके जीवन-यापन चलाने को मजबूर हैं. खासकर बरसात के समय में नदी जब उफनाती है तो, लोगों की परेशानी और बढ़ जाती है. इस दौरान कई बार नाव डूबने से कई लोगों की जान भी गई है. स्थानीय पंचायत समिति सदस्य मुकेश कुमार ने बताया कि वर्ष 2008 में आई कुसहा बाढ़ त्रासदी के दौरान यहां का पुल ध्वस्त हो गया था.