मधेपुरा: वर्षो से न देख पाने का मलाल लिए 25 लोगों के आंखों की रौशनी वापस आ गई है. घर में बैठे 25 गरीब लोगों की आंखों की रोशनी मोतियाबिंद के कारण चली गई थी, लेकिन मधेपुरा डीएम की पहल पर लौट आयी. डीएम नवदीप शुक्ल की पहल से एक बार फिर से कई साल बाद बुजुर्ग अपनी आंखों से दीपावली में दीपों का दीदार कर रहे हैं.
मधेपुरा डीएम की पहल से लौटी आंख की रौशनी, 25 बुजुर्ग आज अपने शहर को फिर से रौशन होते हुए देखेंगे - Cataract operation camp organized on DM's initiative
मधेपुरा में 25 ऐसे अक्षम लोग जो कई साल बाद दीपावली के दियों को जलता देख रहे हैं. इनके आंखों की रोशनी कई साल बाद लौटी है. मधेपुरा डीएम की पहल पर इन लोगों की ज़िंदगी एक बार फिर पटरी पर लौटी है.
नवदीप शुक्ल की पहल पर लौटी रोशनी
ऐसे अक्षम लोग जो सोच रहे थे कि अब वे जीवन में कभी दीपावली की रोशनी का दीदार नहीं कर सकेंगे. नवदीप शुक्ला की पहल पर फिर से एक बार अपने शहर को रोशन होता हुआ देख रहे हैं. बता दें कि लायंस क्लब मधेपुरा द्वारा डीएम नवदीप शुक्ला के पहल पर पवन हंस आई क्लिनिक में मुफ्त मोतियाबिंद ऑपरेशन का शिविर आयोजित किया गया था. जिसमें महिला एवं पुरूष सहित कुल 25 ऐसे गरीब रोगी के आँख का ऑपरेशन किया गया. जो पैसे के अभाव में अपने आंखों का ऑपरेशन नहीं करा पा रहे थे. दृषिटहीन होकर जिल्लत की जिंदगी काटने को मजबूर थे.
ऑपरेशन का जायजा लेने पहुंचे डीएम
पवनहंस आई क्लिनिक के संचालक डॉ. संजय कुमार ने कहा कि यहां रोगी को हर सुविधा सहित दवा तथा चश्मा भी मुफ्त में लायंस क्लब के द्वारा दिया गया है. ऑपरेशन के बाद पवनहंस आई क्लिनिक में भर्ती रोगियों का जायजा लेने पहुँचे मधेपुरा के डीएम नवदीप शुक्ला ने रोगियों के बीच चश्मा का वितरण भी किया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि लायंस क्लब द्वारा 25 गरीब मोतियाबिंद के महिला तथा पुरूष के मोतियाबिंद का ऑपरेशन करके आंख में फिर से रौशनी लाना सराहनीय कदम है. डीएम ने कहा कि मधेपुरा ज़िले के सभी प्रखंड में लायंस क्लब तथा स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से मुफ्त मोतियाबिंद ऑपरेशन शिविर लगाया जाएगा. जिससे गरीब व साधारण तबके के लोग जो पैसे के अभाव में अपना ऑपरेशन नहीं करा पा रहे हैं. वैसे लोगों को इसका लाभ मिल सके.