मधेपुराःपूरे देश में स्वच्छ भारत अभियान चल रहा है. बिहार में भी स्वच्छता को लेकर काम किए जा रहे हैं. इसको लेकर तमाम सियासी लोग बड़ी-बड़ी बातें करते हैं. लेकिन मधेपुरा में गंदगी का अंबार लोगों को परेशान कर रहा है.
आश्चर्य की बात तो ये है कि सीएम नीतीश कुमार के खास एमएलसी मित्र के भवन के बगल में भी हमेशा गंदगी का अंबार लगा रहता है, जहां सीएम मधेपुरा प्रवास के दौरान ठहरते भी हैं. कचरे के इस ढेर पर सूअरों का झुंड मंडराता रहता है.
एमएलसी भवन के नजदीक फैला कचरा ज्यादातर इलाकों में फैली है गंदगी
जिला मुख्यालय की मुख्य सड़कों के किनारे और ज्यादातर वार्डों में कचरे का अंबार स्वच्छता अभियान और नगर परिषद की पोल खोल रहा है. अधिकारियों की लापरवाही इतनी है कि इस कचड़े से दुर्गंध आने के बाद भी इसे हटाने की कोशिश नहीं की जाती. आस पड़ोस के लोगों का जीना हराम है. स्थिति ऐसी हो गई है कि अब महामारी फैलने से कोई नहीं रोक सकता.
समय पर नहीं होता कचरे का उठाव
नगर परिषद साफ सफाई के नाम पर हर साल लाखों रुपये का टैक्स लेती है. लेकिन सफाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है. लोगों में नगर परिषद के अधिकारियों और जिला प्रशासन के प्रति काफी आक्रोश है. आम लोगों के जरिए जहां तहां कचरे फेंक दिए जाते हैं. लेकिन नगर परिषद के अधिकारियों की लापरवाही के कारण कचरे का उठाव समय पर नहीं किया जाता है.
इस सिलसिले में नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी प्रवीण कुमार ने बताया कि सफाई कर्मचारियों को हर वार्ड में लगाया गया है. साफ-सफाई का कार्य शुरू कर दिया गया है.