मधेपुराःजिले में अंधेरे का फायदा उठाकर भिरखी पूल के पास नदी में शव फेंकते हुए स्थानीय लोगों ने एक युवक को पकड़ा है. आरोप है कि युवक नदी में कोरोनासे हुई मौत वाले व्यक्ति का शव फेंक रहा था. मामले के बारे में सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मे मौके पर पहुंचकर परिजनों को शव को ले जाकर सुरक्षित तरीके से दाहसंस्कार करने का आदेश दिया.
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कोरोना संक्रमित का शद को नदी में फेंक रहे थे
बता दें कि इसी पूल के पास नदी में पिछले चार दिन पहले भी कुछ अज्ञात लोग एक ऐसे व्यक्ति का शव चुपके से नदी में फेंककर फरार हो गए थे जिसकी मौत कोरोना से हुई थी. जानकारी है कि आज फिर कोरोना मरीज की मौत के बाद शव को फेंकने आए परिजनों को स्थानीय लोगों ने फेंकने से रोक लिया. मिली जानकारी के मुताबिक अररिया ज़िले के फारबिसगंज थाना क्षेत्र के रहने बाले 22 वर्षीय गौतम कुमार केशरी कोरोना पोजेटिव थे. जिन्हे इलाज के लिए मधेपुरा के जननायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था. जहां उनका देहांत शुक्रवार को हो गया.
कागजी काम के बाद मेडिकल कॉलेज की ओर से शव को प्लास्टिक में लपेटकर परिजनों को सौप दिया गया. इसके बाद परिजनों ने एम्बुलेंस से शव को लेकर चुपके से मधेपुरा जिला मुख्यालय स्थित भिरखी पूल पर पहुंचे. मृतक के परिजन शव के नदी में फेंकने की तैयारी मे थे कि स्थानीय लोगों ने देख लिया. फिर क्या था विरोध शुरू हो गया. लोगों ने स्थानीय पुलिस को भी इसकी सूचना दे दी.
आए दिन देखने को मिल रहो हैं मामले
सूचना मिलते ही दलबल के साथ कमांडो हेड बिपिन कुमार मौके पर पहुंचे और शव को फेंकने से रोका और मृतक के परिजनों को शव ले जाने का आदेश दिया. बता दें कि अगर स्थानीय लोग नहीं देखते तो आज फिर एक शव कोरोना संक्रमित शव नदा मे तैरता हुआ दिखाई दैता. लोगों ने बताया कि बराबर कोरोना से मौत होने बाले रोगी के शवों को रात में अज्ञात लोग फेंकर फरार हो जाते हैं