मधेपुराः जहां सरकार घर-घर तक बिजली पहुंचाने में जुटी हुई है, वहीं बिजली विभाग के अधिकारियों और कर्मियों की लापरवाही कम होने का नाम नहीं ले रहा. जिले में बिजली के पोल पर लटके तार की चपेट में आने से लोगों की करंट लग कर मौत भी हो रही है. वहीं, जिला मुख्यालय के वार्ड संख्या 22 में बीच सड़क पर विधुत प्रवाहित बिजली का तार गिरा पड़ा है. लेकिन विभाग के कर्मचारी बेफिक्र चैन की नींद सो रहे हैं.
स्थानीय लोग बिजली के तार गिरने से डर के साये में जी रहे हैं. डर इस बात का है कि कहीं किसी के साथ हादसा न हो जाए. सड़क पर गिरा बिजली का तार किसी बड़े दुर्घटना को आमंत्रण दे रहा है. वहीं इसके बगल में आंगनबाड़ी केंद्र भी चल रहा है. जहां बच्चे रोजाना इसी रास्ते से जान जोखिम में डाल कर आ-जा रहे हैं. दूसरी तरफ इसी सड़क से मिशन अस्पताल में लोग इलाज कराने जाते हैं.
ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट कभी भी हो सकती है दुर्घटना
स्थानीय निवासी सुनील कुमार ने बताया कि बिजली का तार पिछले तीन दिनों से गिरा है. तार किसी बड़े हादसे को निमंत्रण दे रहा है. हालांकि कवर तार होने की वजह से अब तक किसी प्रकार का दुर्घटना नहीं हुई है. सिर्फ टूटे हुए जगह पर करंट आता है. जहां संयोग से इसके संपर्क में मवेशी या आदमी नहीं आया है. वर्ना अब तक कोई हादसा हो चुका होता.
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उप मुख्य पार्षद ने लगाई क्लास
वहीं, सूचना पाते ही स्थानीय नगर परिषद उप मुख्य पार्षद अशोक कुमार यदुवंशी ने घटना स्थल पर पहुचे. सड़क पर गिरे बिजली तार को देख आग बबूला हो गए. उन्होंने विभाग के अधिकारियों और कर्मियों को डांट-फटकार लगायी. अशोक कुमार ने अविलम्ब तार को हटाने का निर्देश दिया.