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लखीसराय: श्रम संसाधन मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने विद्युत उप केन्द्र का किया उद्घाटन

लखीसराय में श्रम संसाधन मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने विद्युत उप केन्द्र का उद्घाटन किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि इससे प्रत्येक घर और खेत तक बिजली पहुंचेगी.

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विद्युत उप केन्द्र का उद्घाटन

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Published : Aug 23, 2020, 5:05 PM IST

लखीसराय:एनआईसी में श्रम संसाधन मंत्री विजय कुमार सिन्हा और डीएम लखीसराय की उपस्थिति में नोनगढ़ में विद्युत उप केन्द्र को स्टार्ट कर जनता को समर्पित किया गया. जिसका उद्घाटन फीता काटकर किया गया.

12 विद्युत उप केन्द्र स्थापित
इस मौके पर विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि लखीसराय में अभी तक 12 विद्युत उप केन्द्र स्थापित हैं. फिर भी रामगढ़ चैक प्रखंड में विद्युत आपूर्ति की कमी थी. लेकिन आज नोनगढ़ में 10 मेगावाॅट के विद्युत उपकेन्द्र हो जाने से रामगढ़ चैक प्रखंड में विद्युत पर्याप्त मात्रा में मिल सकेगी. जिससे प्रत्येक घर और खेत तक बिजली पहुंचेगी.

बिजली का दर काफी कम
लखीसराय में 5 और नये विद्युत उपकेन्द्र बनेंगे. जिसमें 3 लखीसराय विधानसभा में खुटहाए कैन्दी और नेरी में बनेंगे. एनडीए की सरकार ने कृषि कार्य के लिए किसानों को उपलब्ध कराने वाली बिजली का दर भी काफी कम रखा है.

मौके पर मौजूद अधिकारी

15 मेगावाॅट बिजली की आपूर्ति
वर्तमान में सरकार प्रति यूनिट 5 रुपये 50 पैसे का सब्सिडी किसानों को मुहैया करा रही है. 2005 तक जहां लखीसराय में 4 विद्युत उपकेन्द्र के माध्यम से मात्र 15 मेगावाॅट बिजली की आपूर्ति होती थी. जिसके कारण लोगों को लालटेन का सहारा लेना पड़ता था. लेकिन वर्तमान की एनडीए सरकार ने पिछले 15 वर्षों में 4 विद्युत उप केन्द्र की जगह 13 विद्युत उप केन्द्र के माध्यम से 65 मेगावाॅट बिजली लखीसराय में उपलब्ध कराकर लालटेन युग की जगह एलईडी युग का सूत्रपात कर चुकी है.

लालटेन युग की समाप्ति
2005 तक बिहार में 76 यूनिट प्रति व्यक्ति बिजली उपलब्ध होती थी और आज एनडीए की सरकार 320 यूनिट प्रति व्यक्ति बिजली उपलब्ध कराकर लालटेन युग की समाप्ति की और एलईडी युग को स्थापित किया.

जनता के लिये समर्पित
पहले किसान मुश्किल से डीजल के माध्यम से खेतों की सिंचाई कर पाते थे. क्योंकि डीजल से सिंचाई में प्रति कट्ठा 20 रुपये से ज्यादा का खर्च वहन करना पड़ता था. आज प्रत्येक खेत तक पर्याप्त मात्रा में बिजली पहुंचने से खेतों की सिंचाई में प्रति कट्ठा मात्र 82 पैसा के लगभग का ही खर्च वहन करना पड़ता है. यह विकास जनता के लिये समर्पित है.

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