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सरपट दौड़ती ओवरलोडेड गाड़ियां दे रही हादसों को न्योता, नियमों की उड़ रही धज्जी

वाहन पड़ाव से क्यूल रेलवे स्टेशन के बीच आने वाले बस स्टैंड से प्रतिदिन धड़ल्ले से लोगों कि ओवरलोडिंग चल रही है. लखीसराय जिला प्रशासन की लापरवाही और नाकाम कार्रवाई के कारण गाड़ी संचालकों के लिए ओवरलोडिंग धन कमाने का जरिया बन गया है.

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Published : Jun 17, 2019, 2:31 PM IST

ओवरलोड वाहन

लखीसराय:जिले के अंतर्गत हो रहे सड़क हादसों से प्रशासन और वाहन चालक कोई सबक नहीं ले रहे हैं. सख्त कानून होने के बावजूद नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. लखीसराय में छोटी गाड़ी हो या बड़ी गाड़ी सभी ओवरलोडिंग के कारण हादसों को न्योंता दे रहे हैं.

जिले में वाहन पड़ाव से क्यूल रेलवे स्टेशन के बीच आने वाले बस स्टैंड से प्रतिदिन धड़ल्ले से लोगों कि ओवरलोडिंग चल रही है. लखीसराय जिला प्रशासन की लापरवाही और नाकाम कार्रवाई के कारण गाड़ी संचालकों के लिए ओवरलोडिंग धन कमाने का जरिया बन गया है. यहां जीप, ट्रैक्टर, ऑटो, मैजिक वाहन सहित बसों की ओवरलोडिंग लोगों की जिंदगियों पर भारी पड़ रहा है.

ओवरलोड वाहन उड़ा रहे नियमों की धज्जियां

कहां-कहां से चल रही है ओवरलोडिंग
सूत्रों की मानें तो लखीसराय क्यूल से चानन, विद्यापीठ चौक से बलीपुर, मोहनपुर, रामचंद्रपुर, पिपरिया प्रखंड, लखीसराय बड़ी दुर्गा स्थान से खैरी, महिसोना, शर्मा गांव, तेतरहाट, लखीसराय बाजार समिति से रामगढ़ चौक, परसामा, बिल्लो और चेवारा जाने वाले वाहनों पर ओवरलोडिंग देखा जा सकता है. इसके अलावा लखीसराय जिले के तमाम लिंक सड़क मार्ग ऐसे हैं जिन मार्गों पर हर दिन सवारियों की ओवरलोडिंग कर वाहन चलती है.

ओवरलोडेड जीप

'सख्त कानून की जरूरत'
लखीसराय की क्षेत्रीय लोगों की मानें तो यहां हर रोज पुलिस की देखरेख में धड़ल्ले से भेड़ बकरियों की तरह वाहनों पर सवारियों को लादा जा रहा है. इसके लिए जिला परिवहन पदाधिकारी को सख्त नीति बनाकर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए.

ओवरलोडेड ऑटो

ठोस नीति बनाने की मांग
चानन के समाजसेवी बटोही यादव का कहना है कि नक्सल प्रभावित चानन इलाका जिले के पहाड़ी संरचना वाला क्षेत्र है. इसलिए यहां सड़कों की दशा काफी दयनीय है. सड़कों के बाहर बेरीकेडिंग भी नहीं लगायी गयी है. रोजाना वाहन चालक गाड़ियों में ओवरलोडिंग करते हैं. इतना ही नहीं एनएच-80 पर चल रही निजी बसों का भी यही हाल है. जिसके कारण इलाके में दुर्घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं.

ओवरलोडेड जीप

शिकायत के बाद भी हालात नहीं बदले
समाजसेवी ने कहा कि बुधवार को सड़क हादसों में 4 की मौत हो चुकी है. उसके बाद भी जिला प्रशासन इस संदर्भ में कोई सुध नहीं ले रही हैं. कई बार डीटीओ और लखीसराय पुलिस को इसकी शिकायत भी की गई है. लेकिन समस्या का कोई समाधान नहीं हो पा रहा है. यहां के स्थानीय लोगों की मांग है कि ओवरलोडिंग के लिए विभाग को ठोस नीति बनानी चाहिए. साथ ही नियम तोड़ने वाले सभी छोटी-बड़ी गाड़ियों के चालकों और गाड़ी मालिकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए.

ओवरलोडेड बस

ओवरलोडिंग करने पर होगी कार्रवाई
जिला परिवहन पदाधिकारी मो. सादिक जफर ने बताया कि लखीसराय में ओवरलोडिंग रोकने के लिए जगह-जगह पुलिस की तरफ से नाकेबंदी की जाती है. इसके अलावा चालान भी काटे जा रहे हैं. बावजूद इसके अगर चालक स्टेशन से बाहर जाकर ओवरलोडिंग कर रहे हैं तो पुलिस नई नीति के साथ उनपर शिकंजा कसने को तैयार है.

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