लखीसराय:मकर संक्रांति में अब महज कुछ दिन बचे हैं. ऐसे में बिहार के लखीसराय की मशहूर तिलकुट मांग ( Lakhisarai Tilkut Market For Makar Sakranti ) बढ़ गई है. शहर के मुख्य बाजारों समेत अन्य चौक चौराहों पर तिलकुट की दुकानें सज चुकी हैं. यहां लोग अपने घर से लेकर अपने सगे संबंधी परिवारों के घर तक दही, चूड़ा, जिले की मशहूर तिलकुट पहुंचाने के काम में जुट गये हैं.
जिले में मकर संक्रांति पर्व का असर दिखने लगा हैं. जहां लोग अपने घर से लेकर अपने सगे संबंधित परिवार वालों के घर दही, चूड़ा, तिलकुट और तिलवा सहित घी और ( Demand of Tilkut in Lakhisarai ) धेवर पहुंचा रहे हैं. मकर संक्रांति नजदीक आते ही कारीगरों द्वारा तिलकुट बनाने का काम जोरों पर चल रहा है. शहर के बाजार में तिल कुटाई का काम जोर शोर से चल रहा है. सभी दुकानों में कारीगर पूरे दिन बैठकर तिलकुट तैयार कर रहे हैं. मकर संक्रांति के दिन सामान कम न पड़ जाए. यहां नवादा, गया, देवघर सहित अन्य जिलों से तिलकुट बनाने करीगर लखीसराय आते हैं.
इसे भी पढ़ें : बाजारों में महकने लगी तिलकुट की सौंधी खुशबू, दुकानों पर सहसा ही चले आ रहे हैं लोग
कारीगरों ने बताया कि, तिलकुट हर प्रकार के डिजाइन का बनाया जाता है. जिसे तैयार करने में तिल और गुड़ और अन्य सामानों की जरूरत होती है. पटना या गया से जहां तिल की अच्छी खेती होती है. वहां से साफ-सुथरा तिल लाया जाता है. जिससे पूरा तिलकुट बहुत ही खास्ता होता है. दिन भर में 20 किलो तिलकुट हमलोग तैयार कर लेते हैं. हालांकि दूसरी और बाजारों में भीड़ भाड़ तिलकुट खरीदने को लेकर देखी गई है. यहीं नहीं, लखीसराय के रेलवे स्टेशन पर भी यात्री अपने परिवार सभी संबंधित यहां तिलकुट ले जाते दिखे.