लखीसरायः सीएम के रवैये से आहत जिले के सैकड़ों शिक्षकों ने वोट का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है. नाराज शिक्षकों ने सीएम के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. मालूम हो कि बीते दिनों नीतीश कुमार ने हलसी की चुनावी सभा में वित्त रहित शिक्षा नीति को समाप्त करने का बैनर दिखाने वाले शिक्षकों को जमकर लताड़ा था.
शिक्षकों ने नीतीश कुमार पर तानाशाही रवैये का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया. शिक्षकों ने बताया कि वित्त रहित शिक्षा नीति को खत्म करने वाले नेता की जरूरत है. बिहार सरकार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ शिक्षकों ने मोर्चा खोल दिया है. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में एनडीए गठबंधन के खिलाफ वोट करेंगे. साथ ही बिहार की सभी जगहों पर घूम-घूमकर वोट का बहिष्कार करेंगे.
'हो रहा है शिक्षकों का अपमान'
प्रदर्शन कर रहे एस के कॉलेज के प्राचार्य कमलकांत ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा जिस तरह वित्त रहित शिक्षा नीति को समाप्त करने के मुद्दे पर शिक्षकों के साथ बदसलूकी की, वह एक तानाशाह की भाषा है, हिटलर और मुसोलिनी की भाषा है. जिस तरह से वित्त रहित शिक्षकों की बेइज्जती की गई है, गुस्से में लताड़ा गया है. मैं इसकी घोर निंदा करता हूं. उन्होंने कहा कि बच्चों को पढ़ाने में हमारी पूरी उम्र बीत जाती है फिर भी हमें सम्मानजनक वेतन नहीं मिलता है. सरकार को इस मुद्दे पर गंभीरता से सोचने की जरूरत है, लेकिन सरकार हमें ही बेइज्जत कर रही है.