लखीसरायःबिहार के लखीसराय केआरके मैदान में कर्पूरी चर्चा मेंललन सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा. उन्होंने प्रधानमंत्री की जाति पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा और इसके नेता साबित कर ये बताएं कि नरेंद्र मोदी अति पिछड़ा वर्ग से आते हैं. ललन सिंह ने दावा किया कि नरेंद्र मोदी अतिपिछड़ा जाति से नहीं है, बल्कि उनके समाज को अतिपिछड़ा वर्ग में शामिल किया गया.
"2024 में नेता आए थे, जो देश के प्रधानमंत्री बने हुए हैं. भाषण में उन्होंने कहा था कि हम अतिपिछड़ा हैं. भारतीय जनता पार्टी और उसके नेताओं को केआरके मैदान से चुनौती देते हैं कि ये साबित कर के बताएं कि नरेंद्र मोदी अतिपिछड़ा वर्ग से हैं. नरेंद्र मोदी तो पिछड़ा वर्ग में भी नहीं थे. वे जिस समाज में पैदा हुए उसे 2000 में वाजपेयी की सरकार में पिछड़ा वर्ग में शामिल किया गया."-ललन सिंह, राष्ट्रीय अध्यक्ष, जेडीयू
जातीय सर्वे की सफलता कार्यक्रमः बिहार में जातीय सर्वे की सफलता के मौके पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसी दौरान जननायक कर्पूरी चर्चा का भी आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में मुंगेर सांसद राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह, जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाह, राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व राज्य सभा मोहतरमा कासा प्रवीण, सुलतान गंज के विधायक ललित मंडल, पिछड़ावर्ग के आयोग के सदस्य अरविंद निसाय, पूर्व विघायक लक्ष्मीकांत मंडल, एवं प्रखंड के प्रदेश के नेता गण मौजूद रहे है.
'कर्पूरी ठाकुर के नक्से कदम पर सीएम': राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने कहा कि बिहार में अतिपिछड़ा वर्ग के लोगों को आगे बढ़ाने का काम किया जा रहा है. कर्पूरी साहब सबसे पहले नीचे स्तर से लोगों को आरक्षण दिलाकर उसे उठाने का काम किया. जननायक कर्पूरी ठाकुर एक विचार है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कदम भी जननायक कर्पूरी ठाकुर के नक्से कदम पर हैं. ललन सिंह ने कहा कि लखीसराय दियारा में ग्रामीण सड़क, शिक्षा, बिजली आदि पहुंचाने का काम किया.