लखीसरायः राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के तहत नवजात बच्चों के लिए जिले के सदर अस्पताल में सिक न्यूबॉर्न केयर यूनिट (एसएनसीयू) खोली गई है. लेकिन शिशु की माताओं के लिए एसएनसीयू के बाहर बैठने के लिए कोई शेड तक नहीं है. ऐसे में चिलचिलाती धूप में बच्चों के परिजनों का बैठना मुश्किल हो गया है.
धूप में बैठते हैं बच्चों के परिजन
लखीसराय जिले के कई जगहों से आए नवजात शिशुओं के परिजन और उनकी मां एसएनसीयू में बच्चे को भर्ती कर, दिन भर चिलचिलाती गर्मी में जैसे-तैसे समय काटती हैं. पीड़ित परिवारों ने एसएनसीयू के बाहर शेड नहीं लगे रहने के कारण अस्पताल प्रशासन पर जमकर भड़ास निकाली.
SNCU में मौजूद बीमार शिशु और बयान देते परिजन चिकित्सक ने जताया खेद
इस असुविधा के लिए चिकित्सक ने खेद जताया. उनका कहना है कि शिशु के रख-रखाव, उसके रोगों के निपटारे के लिए एसएनसीयू में सभी मशीनें मौजूद हैं. तीन-तीन बच्चों का एक साथ इलाज किया जा रहा है. वहीं, उनकी मांओं के ठहरने के लिए सदर अस्पताल के बरामदे पर कुर्सी टेबल है. लेकिन एसएनसीयू के बाहर शेड नहीं लगे हैं.
बच्चों की होती है देखभाल
मालूम हो कि शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए सदर अस्पताल के सिक न्यूबॉर्न केयर यूनिट यानी एसएनसीयू में नवजात बच्चों का इलाज किया जाता है. यहां बच्चों की देखभाल भी अच्छी होती है. लेकिन नवजात शिशु की माताओं को कई दिनों तक रुकना पड़ता है. जिसके लिए कोई सुविधा नहीं है. बच्चों की माताओं का कहना है कि एसएनसीयू के बाहर बैठने की कोई व्यवस्था नहीं होने से चिलचिलाती धूप में बैठना बहुत ही मुश्किल होता है.