किशनगंज: शहर में लगातार हो रही बारिश के कारण जलजमाव की स्थिति बनी हुई है. शहरवासी गंदे पानी और नालों में चलने को मजबूर हैं. लेकिन यहां के मुख्य पार्षद, उप-मुख्य पार्षद चुनाव को लेकर व्यस्त हैं. नगर परिषद के कर्मचारी को जरा भी फर्क नहीं पड़ रहा है. लोगों की परेशानियां तेज बारिश के साथ-साथ बढ़ती जा रही हैं. लेकिन, उनकी सुनने वाला कोई नहीं है.
बारिश के बाद किशनगंज शहर का हाल नालियों की नहीं होती है सफाई
यहां के नगर परिषद में कुल 34 वॉर्ड हैं. ज्यादातर वॉर्डों में नाली की सफाई नहीं होने के कारण स्थिति दयनीय बन चुकी है. बारिश होते ही सड़कों में घुटनों भर पानी भर जाता है. लेकिन, नगर परिषद सूचना मिलने के बावजूद भी नाली की सफाई नहीं करते. जिसका खामियाजा आम लोगों को इस मौसम में उठाना पड़ रहा है.
सड़कें झील में तब्दील
शहर के वॉर्ड नंबर 1, 2, 17 और 18 के साथ-साथ रुइधासा, पश्चिम पाली, सुभाषपल्ली, पानीबाग, लाइन पाड़ा, तघरीया, डुमरिया, सहित कई आवासीय मोहल्लों में नाले का पानी सड़कों पर आ जाता है. सड़कें झील में तब्दील हो जाती हैं. लेकिन नगर परिषद के कर्मचारी लापता रहते हैं.
झील में तब्दील हुई सड़कें सड़कों पर बहता है नाली का पानी
स्थानीय लोगों का कहना है कि शहर की नालियों की सफाई नहीं होने के कारण ऐसी स्थिति पैदा होती है. अक्सर बारिश होते ही नालियां जाम हो जाती हैं और सड़कों पर पानी ओवरफ्लो होने लगता है. लोगों ने बताया कि सावन के इस पवित्र महीने में भी उन्हें गंदे पानी को पार कर मंदिर जाना पड़ता है.
मुख्य पार्षद और उपमुख्य पार्षद पर अविश्वास प्रस्ताव
बता दें कि बीते दिनों नगर परिषद के कार्यशैली से नाराज होकर ही मुख्य पार्षद और उपमुख्य पार्षद पर अविश्वास प्रस्ताव लगा है. 5 अगस्त को निर्वाचन आयोग ने किशनगंज नगर परिषद में मुख्य पार्षद और उपमुख्य पार्षद के चुनाव की तिथि तय की है.