किशनगंज:बिहार में 5 विधानसभा और 1 लोकसभा की सीट पर उपचुनाव होना है. किशनगंज विधानसभा उपचुनाव के लिए 23 सितंबर से 30 सिंतबर तक नामांकन की तारीख तय है. ऐसे में शुक्रवार को नामांकन के पांच दिन बीत जाने के बाद भी किशनगंज विधानसभा के लिए एक भी उम्मीदवार ने अपना नामांकन नहीं करवाया है.
बता दें कि इस सीट के लिए किसी बड़ी राजनीतिक पार्टी ने अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है. किशनगंज सीट में कांग्रेस का मुकाबला दिलचस्प माना जा रहा है क्योंकि नाम घोषित होने के साथ ही एकबार फिर पार्टी पर परिवारवाद करने का आरोप लग सकता है. मौजूदा सांसद डॉ. जावेद आजाद की मां ने इस सीट के लिए दावेदारी पेश की है.
इन नेताओं के परिवार वालों ने पेश की दावेदारी
आपको बता दें कि किशनगंज में कांग्रेस के लिए अपने उम्मीदवार की घोषणा करना टेढ़ी खीर साबित हो रही है. पार्टी यह तय नहीं कर पा रही है कि वह आगामी चुनाव के लिए किसे अपना उम्मीदवार बनाए. एक तरफ दिवंगत सांसद मौलाना मजहरुल हक के बेटे ने टिकट की दावेदारी पेश की है तो दूसरी तरफ मौजूदा सांसद डॉ. जावेद आजाद की मां ने इस सीट से चुनाव लड़ने का तय किया है. इसके अलावा भी दर्जनों कार्यकर्ता ऐसे हैं जो सालों से पार्टी की मजबूती के लिए कार्य कर रहे हैं.
ईटीवी भारत संवाददाता ने दी जानकारी 'इसबार कार्यकर्ता हो उम्मीदवार'
कांग्रेस कार्यकर्ताओं की मानें तो वह चाहते हैं कि पार्टी इसबार कार्यकर्ता को मौका दे. कार्यकर्ता लगातार सालों से संगठन को मजबूत बनाने के लिए कार्य कर रहे हैं. ऐसे में शीर्ष नेतृत्व को उनपर ध्यान देना चाहिए. कार्यकर्ता इस बार परिवारवाद से ऊपर उठकर निर्णय चाहते हैं.
'कई उम्मीदवारों ने पेश की है दावेदारी'
युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष इमाम अली चिंटू ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि कई उम्मीदवारों ने अपनी दावेदारी दी है. लेकिन, पार्टी केवल एक-दो नामों पर ही विचार कर रही है. हालांकि, उन्होंने इस बात के संकेत दिए कि पार्टी मौजूदा सांसद की मां को टिकट देगी.