किशनगंज:माता गुजरी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज अस्पताल में जल्द ही आरटी-पीसीआर मशीन से कोरोना की जांच होगी. इसके लिए एमजीएम मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने अमेरिका की सबसे अच्छी कंपनी थर्मोफिशर से करीब एक करोड़ की लागत का बीएसएल 2 कोरोना जांच लैबोरेटरी लगाने का फैसला लिया है.
24 घंटे में 300 जांच
एमजीएम मेडिकल कॉलेज के निदेशक सह विधानपार्षद डॉ. दिलीप कुमार जायसवाल ने बताया कि अमेरिका की कंपनी 20 अगस्त तक अत्याधुनिक लैबोरेटरी स्थापित कर देगी. मेडिकल कॉलेज किशनगंज का यह जांच केंद्र अत्याधुनिक होगा. उन्होंने बताया कि इस मशीन की क्षमता 24 घंटों में 300 सैम्पल जांच करने की है. आईएनवी द्वारा मान्यता प्राप्त इस मशीन से 6 घंटे में अधिकतम 96 सैम्पल की जांच की जा सकती है.
कई अन्य बीमारी की भी होगी जांच
निदेशक जयसवाल ने बताया कि यह मशीन कोविड के साथ-साथ स्वाइन फ्लू, टीबी, एचसीवी, एचवीबी, एचएसवी सभी प्रकार के कैंसर रोग और कई जटिल बीमारियों की जांच करने में सक्षम है. बिहार सरकार द्वारा एमजीएम मेडिकल कॉलेज को कोरोना की जांच के लिए जांच सिस्टम लगाने की अनुमति मिल गयी है. इस मशीन से हुई जांच की रिपोर्ट सीधे आईसीएमआर के पास जाएगी. आईसीएमआर के पास रिपोर्ट जाने के बाद आईसीएमआर द्वारा स्थानीय स्वास्थ्य विभाग को सूचित कर पॉजिटिव मरीजों के बारे में जानकारी दी जाएगी.
आईसीएमआर देगा आईडी और पासवर्ड
इस मशीन के लगने के बाद आईसीएमआर किशनगंज एमजीएम को एक सिस्टम आईडी और पासवर्ड देगा जिस पर एमजीएम द्वारा रिपोर्ट की स्थिति को अपडेट किया जाएगा. इसके साथ ही मेडिकल कॉलेज में इस अत्याधुनिक मशीन लग जाने से सीमांचल के साथ कोशी और आसपास के जिलों के साथ सीमावर्ती पश्चिम बंगाल को भी काफी फायदा होगा.