किशनगंज:जिले के ठाकुरगंज थाना क्षेत्र में हुए लूट मामले का पुलिस ने खुलासा किया. इस लूटकांड का जिला पुलिस कप्तान कुमार आशीष ने महज 48 घंटे में उद्भेदन कर दिया. मामले पर एसपी ने कहा कि इस कांड की साजिश कंपनी के कर्मियों ने ही की थी. मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. बता दें कि 16 मार्च की दोपहर को ठाकुरगंज में डिलीवरी कंपनी के कर्मियों से 7 लाख 58 हजार की लूट की गई थी.
किशनगंज: महज 48 घंटे में पुलिस ने लूटकांड का किया खुलासा, कंपनी के कर्मियों ने रची थी साजिश - सीसीटीवी
किशनगंज के ठाकुरगंज थाना क्षेत्र में हुए लूट कांड का पुलिस ने मात्र 48 घंटे में खुलासा कर दिया. मामले पर बोलते हुए जिला पुलिस कप्तान ने कहा कि कंपनी के कर्मियों ने ही इस लूट कांड को अंजाम दिया था. इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया.
'सीसीटीवी जांच के आधार पर हुआ खुलासा'
मामले पर बोलते हुए एसपी कुमार आशीष ने कहा कि 6 मार्च की दोपहर ठाकुरगंज के भीमवलिस स्थित एक डिलीवरी कंपनी के कार्यालय से हेलमेट पहने हुए दो बदमाशों ने 7 लाख 58 हजार रुपये की लूट की थी. इस मामले में कंपनी के सिक्योरिटी पदाधिकारी राकेश कुमार मिश्रा ने ठाकुरगंज थाना कांड संख्या 41/20 धारा 393 के तहत 17 मार्च को मामला दर्ज कराया था. जिसके बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने घटनास्थल पहुंचकर मामले की जांच-पड़ताल शुरू की थी. जांच के दौरान कंपनी के टीम लिडर सुपौल निवासी अनुज कुमार और डिलीवरी ब्वाय ठाकुरगंज निवासी रोहित जायसवाल की स्थिति संदिग्ध पाया गया. जिसके बाद पुलिस ने दोनों को गिरफ्त में ले लिया था. पूछताछ के क्रम में दोनों ने मामले का खुलासा किया. पुछताछ में अनुज कुमार ने बताया कि स्थानीय धर्मपाल सिंह और गोपाल दास के साथ मिलकर इस लूटकांड की साजिश रची थी.
जांच टीम को किया जाएगा पुरस्कृत
जिला पुलिस कप्तान ने बताया कि सीसीटीवी और अभियुक्तों के सीडीआर एनालाईजर के बाद धर्मपाल सिंह और गोपाल दास को पुलिस ने गिरफ्तार किया. गोपाल दास के घर से लूट का 1 लाख 57हजार रुपया बरमाद किया गया. वहीं, टीम लीडर अनुज कुमार ने अपने स्वीकारोक्ति बयान में कहा कि इस कांड में 2 लाख 48 हजार रुपया का ही लूट हो पाया. बाकी कंपनी के कर्मियों ने कंपनी के साथ धोखाधड़ी और जालसाजी कर गबन कर लिया. इस लूट कांड को पुलिस ने मात्र 48 घंटे में खुलासा किया. इसको लेकर एसपी ने कहा कि जांच-दल में शामिल सभी पुलिस अधिकारियों और कर्मियों को पुरस्कृत किया जाएगा.