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फुटपाथी दुकानदारों पर कोरोना की मार, नहीं मिल रहा किसी सरकारी योजना का लाभ

कोरोना महामारी का व्यापक असर आम जनजीवन पर पड़ रहा है. फुटपाथी दुकानदारों का हाल बेहाल है, लेकिन उन्हें किसी तरह की मदद नहीं मिल रही है.

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Published : Aug 14, 2020, 8:32 PM IST

फुटपाथी दुकानदार
फुटपाथी दुकानदार

किशनगंज:कोरोना वायरस के कारण आम जनजीवन पर ब्रेक लग गया है. लॉकडाउन के कारण देश भर के फुटपाथी दुकानदारों, मजदूरों और छोटे कारोबारियों की रोजी-रोटी पर आफत आन पड़ी है. इनकी मदद के लिए केंद्र सरकार की ओर से तत्काल ब्याज रहित ऋण की योजना शुरू की गई है, लेकिन जिले के तमाम फुटपाथी दुकानदारों को इसका कोई लाभ नहीं मिल रहा है.

शहर में कई वेंडिंग जोन बनाने का प्रस्ताव
दरअसल, केंद्र सरकार की ओर से लागू स्ट्रीट वेंडर एक्ट-2014 के तहत किशनगंज में फुटपाथ दुकानदारों के सर्वे और उन्हें वेंडर कार्ड जारी करने का काम काफी धीमी गति से चल रहा है. किशनगंज में करीब 4300 फुटपाथ दुकानदार हैं. जिनमें से महज 110 वेंडर कार्ड जारी किए गए हैं. इस योजना के तहत शहर में कई वेंडिंग जोन बनाने का भी प्रस्ताव है, जहां फूटपाथी दुकानदारों को दुकान बनाकर आमंत्रित किया जाना है, लेकिन शहर में अभी तक काम शुरू नहीं हुआ है.

फुटपाथी दुकानदार

आंदोलन की दी चेतावनी
फुटपाथी दुकानदारों में सरकार और प्रशासन के प्रति आक्रोश है. फुटपाथी दुकानदार और मजदूर संघ ने नगर निगम में लालफीताशाही का आरोप लगाते हुए फुटपाथ दुकानदारों की उपेक्षा की बात कही है. वहीं फुटपाथी दुकानदारों के ट्रेड यूनियन ने इसके खिलाफ आंदोलन की चेतावनी दी है. हालांकि किशनगंज नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी ने बताया कि फुटपाथी दुकानदारों के कल्याण के लिए कई योजनाओं पर काम जारी है.

फुटपाथी दुकानदार

नहीं मिल रही कोई सुविधा
फुटपाथ पर फल और सब्जी बेचने वाले मानव कुमार साह ने बताया कि कोरोना महामारी की वजह से दुकानदारी बहुत मंदा है. परिवार चलाना मुश्किल हो गया है. दुकान लगाने पर पुलिस अलग उन्हें खदेड़ देती है. उन्होंने कहा कि नगर निगम की ओर से उन्हें केवल वेंडर कार्ड ही मिला है. कार्ड पर दी जाने वाली कोई सुविधा नहीं मिली.

वहीं सड़क पर फूल की दुकान लगाने वाले गोपाल दास बताते हैं कि वह कोलकाता से फूल मंगा कर बेचते हैं. कोरोना के कारण गाड़ियां नहीं चल रही है. इसकी वजह से फूल नहीं आ पाते है. दुकानदारी बहुत कम हो रही है. इससे परिवार पर संकट है. उन्होंने कहा कि ऋण की तो बात ही छोड़ दीजिए, उन्हें तो अब तक वेंडर कार्ड भी नहीं जारी किया गया है.

देखें पूरी रिपोर्ट

फुटपाथी दुकानदार को हो रही मुश्किल
इस मामले में फुटपाथी दुकानदार और मजदूर संघ के नगर अध्यक्ष चंचल दास ने बताया कि शहर में करीब 4300 फुटपाथी दुकानदार हैं. इनमें से महज 110 को वेंडर कार्ड जारी किए गए हैं. पहले चरण में 1300 से अधिक लोगों का सर्वे हुआ था. फुटपाथी दुकानदार कोरोना काल में बहुत मुश्किल का सामना कर रहे हैं. अभी तक सर्वेक्षण का काम पूरा नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि वे कार्ड बनवाने और ऋण की सुविधा के लिए लगातार नगर निगम का चक्कर लगा रहे हैं. लेकिन वहां रोज टालमटोल किया जाता है.

कोरोना महामारी की वजह से हो रही देरी
इस मामले पर ईटीवी भारत से बात करते हुए किशनगंज के अनुमंडल पदाधिकारी शहनवाज अख्तर नियाजी ने कहा कि स्ट्रीट वेंडर ऐक्ट 2014 के तहत फुटपाथ दुकानदारों के लिए 8 कल्याण की योजनाओं पर काम चल रहा है. शहर में कई वेंडिंग जोन बनाने की मंजूरी मिल गई है, उसका टेंडर भी होने वाला है साथ ही फुटपाथ दुकानदारों को ऋण देने की योजना पर भी काम चल रहा है, जल्द ही उन्हें सुविधाएं मिलने लगेंगी. उन्होंने बताया कि कुछ लोगों का वेंडर कार्ड बना दिया गया है. कोरोना महामारी की वजह से बाकियों के कार्ड बनाने में लेट हो रही है.

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