किशनगंज: जिले में पिछले कई दिनों में हुई भारी बारिश और तेज हवा की वजह से मक्के की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है. तेज हवा से खेतों में मक्के की फसल में जमीन पर गिर गई है. वहीं,कृषि विभाग ने किशनगंज में हुए फसलों के नुकसान का आंकलन करने के लिए सर्वेक्षण शुरु कर दिया है.
किशनगंज: भारी बारिश और तेज हवा से मक्के की फसल बर्बाद, किसानों ने की मुआवजे की मांग - मुआवजे की मांग
किशनगंज में पिछले कई दिनों में हुई भारी बारिश और तेज हवा की वजह से कई हजार हेक्टेयर में लगी मक्के की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है. ऐसे में किसानों ने सरकार से फसलों क्षति का मुआवजा दिए जाने की मांग की.
बारिश से फसलों का हुआ नुकसान
बारिश की वजह से जिले में कई हजार हेक्टेयर में लगी मक्के की फसल को काफी नुकसान पंहुचा है. लॉकडाउन की वजह से किसान पहले से ही काफी परेशानियों का सामना कर रहे हैं. ऐसे में बारिश और आंधी से मक्के की फसल बर्बाद होने से किसानों को काफी नुकसान हुआ है. किसानों से सरकार से फसलों की हुई क्षति का मुआवजा दिए जाने की मांग की है.
किसानों ने की मुआवजे की मांग
जिला कृषि अधिकारी संतलाल साहा ने बताया कि जिले में बारिश औऱ तेज आंधी की वजह से लगभग 4 हजार हेक्टयर में मक्के की फसल को नुकसान पहुंचा है. इसका आंकलन विभाग को भेजा रहा है. उन्होंने बताया कि विभाग से आदेश प्राप्त होने पर मकई की फसल के नुकसान और सिंचित क्षेत्र के लिए 13 हजार 500 रुपये प्रति हेक्टेयर और असिंचित क्षेत्र के लिए 6 हजार 800 रुपये प्रति हेक्टेयर की दर से अनुदान राशि ऑनलाइन किसानों के खाते में ट्रांसफर की जाएगी.