किशनगंज:बिहार के किशनगंज (Kishanganj) में शराब तस्करों(Liquor Smugglers) ने पुलिस को चकमा देने के लिए एंबुलेंस को अपना हथियार बना लिया. शराब तस्करों ने एंबुलेंस में नकली मरीज को लेटाकर तस्करी करना शुरू किया. किशनगंज पुलिस ने भी शराब तस्करों के मंसूबों पर पानी फेर दिया. जिले के कोचाधामन पुलिस ने एम्बुलेंस से लाखों रुपये की अंग्रेजी शराब बरामद की है.
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शराब को एंबुलेंस के जरिए पश्चिम बंगाल से किशनगंज के रास्ते बिहार के अन्य जिले में तस्करी के लिए ले जाया जा रहा था. कोचाधामन थाना के एसएचओ सुमन कुमार को मुखबिर से सूचना मिली थी कि एंबुलेंस के जरिए शराब की तस्करी की जा रही है.
सूचना मिलने के बाद एसपी कुमार आशीष के निर्देश पर एसडीपीओ अनवर जावेद के नेतृत्व में कोचाधामन एसएचओ सुमन कुमार ने पुलिस टीम के साथ थाना क्षेत्र के टेना पुल के पास चेकिंग अभियान तेज कर दिया. इसी दौरान सफेद रंग की एंबुलेंस सायरन बजाते हुए आई. पुलिस ने जब रोकने का इशारा किया तो तस्कर एम्बुलेंस को तेजी से भगाने लगे. जिसके बाद पुलिस ने भी अपनी गाड़ी से एंबुलेंस का पीछा किया.
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पुलिस को पीछा करते देख एंबुलेंस में सवार तस्करों ने दातीदिघी गांव के पास सड़क पर एंबुलेंस को छोड़कर अंधेरे का फायदा उठाकर झाड़ी और धान के खेत की ओर भाग गए. फरार तस्करों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की गई, लेकिन किसी की गिरफ्तार नहीं हो सकी है. सभी अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए. पुलिस ने एंबुलेंस की तलाशी ली तो पीछे वाली सीट और बॉक्स में करीब 278 लीटर विदेशी शराब बरामद हुई. कोचाधामन थाना के एसएचओ सुमन कुमार ने बताया कि उक्त घटना के संबंध में केस दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है.
बता दें कि बिहार में पूर्ण शराबबंदी (Complete Liquor Ban) कानून लागू किया जा सके, इसके लिए राज्य सरकार ने कई कड़े कानून बनाए हैं. पिछले 5 साल में ढाई से तीन लाख लोग शराबबंदी कानून के तहत जेल जा चुके हैं. शराबबंदी लागू हो सके इसको लेकर पुलिस शराब पीने वाले लोगों की गिरफ्तारियां भी कर रही है. इसके साथ-साथ राज्य के अंदर और अन्य राज्यों के बड़े शराब माफियाओं की भी गिरफ्तारियां की गई है. इसके बाद भी बिहार में शराब के अवैध कारोबार पर लगाम नहीं लग पा रहा है.