किशनगंज:बिहार की किशनगंज पुलिस ने पश्चिम बंगाल (West Bengal) के सोनापुर से कुख्यात शराब तस्कर गोल्ड बाबा को गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि अंतरराज्यीय तस्कर गोल्ड बाबा का शराब तस्करी का कनेक्शन बिहार के सीमांचल, मिथिलांचल समेत झारखंड तक फैला था. ये पश्चिम बंगाल में ट्रकों की एंट्री भी अवैध तरीके से कराता था.
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पुलिस कप्तान आशीष कुमार ने बताया कि किशनगंज पुलिस को शाहिद प्रधान ऊर्फ गोल्ड बाबा की 11 मामलों में तलाश थी. उसके खिलाफ किशनगंज जिले में तीन और पूर्णिया जिले के एक थाने में कुल 11 मामले दर्ज थे. पुलिस ने बताया कि 8 अक्टूबर की शाम को सूचना मिली कि पश्चिम बंगाल का फरार तस्कर शाहिद प्रधान बंगाल के सोनापुर से अवैध शराब की खेप को बिहार भेजने की फिराक में है. सूचना मिलते ही किशनगंज एसपी ने विशेष टीम बनाकर पश्चिम बंगाल के सोनापुर भेजा. बंगाल पुलिस की मदद से आरोपी को दबोच लिया गया.
पूछताछ के क्रम ने शराब तस्कर गोल्ड बाबा ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए. गोल्ड बाबा ने शराब तस्करी में संलिप्त अपने सहयोगियों का नाम भी उगला है. इसका नेटवर्क इतना बड़ा है कि तीन राज्यों में फैला है. पुलिस ने बताया कि पूछताछ के आधार पर जो सुराग हाथ लगे हैं पुलिस उस दिशा में कार्रवाई कर रही है. बिहार से आने वाले ट्रक से एंट्री के नाम पर भी गोल्ड बाबा अवैध वसूली करता था. अवैध एंट्री का भी धंधा ये बखूबी चलाता था. बगैर एंट्री के एक भी ट्रक बंगाल नहीं घुस सकता था, अगर घुस गया तो उसकी खैर नहीं होती थी.
गोल्ड बाबा सोना पहनने का शौकीन है इसलिए उसका नाम गोल्ड बाबा पड़ा. इसी नाम से ये कुख्यात भी है. पुलिस की टीम ने जब इसे बंगाल से गिरफ्तार किया तो उसके गले में सोने का आभूषण था. एसपी ने कहा कि गिरफ्तारी के वक्त भी इसने सोने के गहने पहन रखे थे. उसके गहनों को उसके परिजनों को सौंपा जाएगा. पुलिस कप्तान ने बताया कि पुलिस सोना तस्करों से भी कनेक्शन की जांच करेगी.
किशनगंज एसपी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जाकारी देते हुए कहा कि झारखंड के रास्ते ये बिहार में शराब का अवैध धंधा चलाता था. कई थानों की पुलिस बिहार में इसे तलाश रही थी. बिहार पुलिस को इसे पकड़ना एक बड़ी चुनौती थी. पुलिस द्वारा पश्चिम बंगाल में की गई कार्रवाई सफल रही.