किशनगंज:थानाध्यक्ष हत्याकांड की जांच कर रही पुलिस ने नया खुलासा किया है. 10 अप्रैल की सुबह हुई घटना उग्र भीड़ द्वारा अचानक की गई वारदात नहीं थी. इसके पीछे पूरी साजिश रची गई थी. 500 की भीड़ जुटायी गयी थी. साजिश हत्याकांड के मुख्य आरोपी फिरोज और इसराइल ने रची थी. बाइक छिनतई की घटना के मामले में दिवंगत थानाध्यक्ष अश्विनी कुमार, सर्किल इंस्पेक्टर मनीष कुमार के साथ पुलिस टीम पश्चिम बंगाल के ग्वालपोखर थाना के पंतापाड़ा गांव में छापेमारी करने गई थी.
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डकैत आने की फैलाई थी अफवाह
अपराधियों को पता चल गया था कि पुलिस आने वाली है. अपराधियों ने गांव के धार्मिक स्थल से ऐलान कर लोगों को जुटाया. अपराधियों ने कहा कि पुलिसवालों के वेश में डकैत गांव में आ रहे हैं. इस अफवाह के चलते गांव के सैकड़ों लोग इकट्ठा हो गए थे. जैसे ही पुलिस टीम पहुंची, गांव के लोगों ने हमला कर दिया. ग्रामीणों ने दिवंगत थानाध्यक्ष अश्विनी कुमार की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी. उनके साथ मौजूद पुलिसकर्मी भाग गए थे.
"फिरोज और इसराइल मुख्य साजिशकर्ता हैं. दोनों ने गांव के धार्मिक स्थल से ऐलान कर लोगों की भीड़ इकट्ठा की थी और घटना को अंजाम दिया था. 8 अभियुक्तों की गिरफ्तारी हो चुकी है. बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है. चोरी की बाइक बरामद कर ली गई है."- अनवर जावेद अंसारी, एसडीपीओ, किशनगंज