किशनगंज:बिहार के किशनगंज में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. मद्य निषेध इकाई और पुलिस की संयुक्त टीम ने छापेमारी कर दो बड़े शराब माफिया को अरुणाचल प्रदेश से गिरफ्तार (Two Liquor Smuggler Arrested From Arunachal Pradesh) किया है. आरोपियों की पहचान कृष्णा यादव और सती पंडित के रूप में हुई है. दोनों गिरफ्तारी के डर से अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर में छिपकर रह रहे थे. इनका नाम बिहार में अवैध शराब की सप्लाई करने वाले बड़े माफियाओं में गिना जाता है. फिलहाल दोनों से पूछताछ चल रही है.
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ईटानगर में छिपकर बैठे थे दोनों: जानकारी के मुताबिक जिले की कोचाधामन पुलिस और मद्य निषेध इकाई पटना की एक संयुक्त टीम दोनों की गिरफ्तारी के लिए अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर गई थी. वहां कड़ी मशक्कत के बाद दोनों बड़े माफिया को मंगलवार को ईटानगर से गिरफ्तार कर अपने साथ बुधवार की दोपहर किशनगंज ले आई. दोनों शराब माफिया कृष्णा यादव और सती पंडित बिहार के रहने वाले हैं. दोनों माफियाओं का बिहार के कई जिलों में घर है. पुलिस इनको काफी दिनों से तलाश कर रही थी.
अरुणाचल प्रदेश से बिहार में तस्करी:टीम ने दोनों को गिरफ्तार कर किशनगंज लाने के बाद कोचाधामन थाना ले आई है. जहां दोनों से कड़ी पूछताछ चल रही है. पुलिस के अनुसार इनके गिरफ्तारी से कई बड़े खुलासे हो सकते है. सूत्रों की मानो तो बिहार में शराबबंदी के बाद भी दोनों लंबे अर्से से अरुणाचल प्रदेश के राजधानी ईटानगर मे बैठकर बिहार के जिलों में शराब तस्करी का कारोबार चला रहा था. इनका खुलासा तब हुआ, जब बीते 23 जून को कोचाधामन थाना क्षेत्र के मोहरमारी काठ पुल के समीप पुलिस ने शराब लदे एक ट्रक के साथ दो तस्करों को गिरफ्तार किया. ट्रक से पुलिस ने तकरीबन 7200 लीटर अंग्रेजी शराब बरामद किया था.
कड़ी मेहनत के बाद मिली सफलता:शराब लदे ट्रक के साथ गिरफ्तार झारखंड निवासी देबनाथ प्रजापति और सिट्टू राम पलानू से कड़ी पूछताछ के बाद दोनों शराब माफिया का नाम सामने आया था. उनके निशानदेही पर पुलिस शराब माफिया के ठिकाने तक पहुंच पाई है. आरोप है कि दोनों अरुणाचल प्रदेश व असम से शराब ट्रक मे छुपाकर राजधानी पटना से लेकर बिहार के कई जिलों मे तस्करी करते थे. एसपी डॉ इनामुल हक मेगनू ने बताया दोनों शराब माफियाओं को गिरफ्तार कर किशनगंज लाया गया है. अभी पूछताछ चल रही है.