किशनगंज:जिले में कोरोना वायरस को लेकर हाई अलर्ट जारी किया गया है. नेपाल सीमा से सटे 3 प्रखंडों के 13 पंचायतों में जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है. जिला स्तर पर एक कंट्रोल रूम बनाया गया है, जहां 24 घंटे लोग कोरोना से जुड़ी सूचना हासिल कर सकते हैं. किशनगंज स्वास्थ विभाग को भी अलर्ट मोड में रखा गया है. साथ ही किशनगंज सदर अस्पताल में पांच बेड और एमजीएम मेडिकल कॉलेज में 20 बेड का आइसोलेशन वार्ड बनाया गया.
किशनगंज में हाई अलर्ट
किशनगंज पूर्वोत्तर भारत के सात राज्यों का प्रवेश द्वार है साथ ही नेपाल और बांग्लादेश की सीमा से भी सटा है. दूसरी ओर चाइना बॉर्डर से भी ये काफी नजदीक है जिसको लेकर जिला प्रशासन ने किशनगंज में हाई अलर्ट जारी कर दिया है. सभी स्कूल, कॉलेज, सिनेमा हॉल को बंद कर दिया गया है और भीड़भाड़ वाली जगह को खाली करने का निर्देश दे दिए गए हैं.
अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड तैयार आनेजाने वाले लोगों की हो रही स्कैनिंग
डीएम आदित्य प्रकाश ने बताया कि जिले के तीन प्रखंड ठाकुरगंज, दिघलबैंक और टेढ़ागाछ में नेपाल सीमा से लोगों का अवागमन होता है. इन इलाकों में कैंप किया जा रहा है और एसएसबी के माध्यम से आनेजाने वाले लोगों की स्कैनिंग की जा रही है. जिले में अब तक लगभग 13 हजार से ज्यादा लोगों की स्कैनिंग की जा चुकी है और किसी में कोरोना वायरस के लक्षण नहीं पाए गए है. इसके अलावा जिले की इंडो-नेपाल सीमा के तीन कैंप में 3 शिफ्ट में डॉक्टर को रखने का निर्देश दिए गए है.
'एहतियात बरतें और अफवाहों पर ध्यान न दें'
डीएम ने बताया कि सभी आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद कर दिया गया है. टेक होम राशन जो कुपोषित बच्चों और गर्भवती महिलाओं को दिया जाता था, आगनबाड़ी सेविका इन्हें ले जाकर घरों तक पहुंचाएंगी. जो स्कूल बंद हुए हैं उनमें एमडीएम की समतुल्य राशि बच्चों के खाते में सीधे ट्रांसफर कर दी जाएगी. डीएम आदित्य प्रकाश ने बताया कि जिले में अब तक कोरोनावायरस का कोई केस नहीं पाया गया है. और सूचना मिलने पर डॉक्टर्स की टीम रेडी है. उन्होंने आमलोगों से अपील करते हुए कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है एहतियात बरतें और अफवाहों पर ध्यान न दें