किशनगंज: डीएम डॉ. आदित्य प्रकाश के निर्देश पर जिले के सातों प्रखंडों के प्रखंड विकास पदाधिकारी और सातों अंचल अधिकारियों की तरफ से उनके अंचल में बहने वाली नदियों के जलस्तर पर निगरानी रखी जा रही है. मिली जानकारी के अनुसार महानंदा बैराज से 693. 76 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया है. साथ ही डोंक बैराज से 100.36 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज करने और पिछले 3 दिनों से लगातार हो रही बारिश से महानंदा, डोंक, कनकई, रतुआ नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी हुई है.
किशनगंज: बाढ़ को लेकर प्रशासन अलर्ट, नदियों के जलस्तर पर रखी जा रही निगरानी - Water level
किशनगंज में बाढ़ को लेकर प्रशासन अलर्ट है. नदियों के बढ़ते जलस्तर को लेकर डीएम ने कई निर्देश भी दिया. साथ ही उन्होंने लोगों को हमेशा सजग और सतर्क रहने को कहा.
नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी होने पर स्थानीय प्रशासन निचले इलाकों में रह रहे लोगों को अलर्ट कर रहा है. इसको लेकर जिला प्रशासन की टीम अलर्ट मोड पर है. महानंदा नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी होने से किशनगंज प्रखंड के दौला पंचायत के मंझोक बलिया डांगी का वार्ड नंबर 14 जनमग्न हो गया है. यहां रह रहे लोगों को चिह्नित कर शरणस्थल मध्य विद्यालय मंझोक में शिफ्ट किया जा रहा है. वहीं, टेढ़ागाछ अंचल में बहने वाली रतुआ नदी के जलस्तर में भी बढ़ोतरी हुई है. इससे टेढ़ागाछ प्रखंड के धवैली पंचायत के पोखरिया गांव में रह रहे लोगों को स्थानीय मध्य विद्यालय में शिफ्ट किया गया.
'हमेशा सजग और सतर्क रहें'
डीएम के निर्देश के आलोक में संबंधित प्रखंड में प्रखंड विकास पदाधिकारी और अंचलाधिकारी लगातार नदियों के जलस्तर का निरीक्षण कर रहे हैं. किशनगंज के सभी निचले इलाकों में बहने वाली नदियों में सरकारी नाव उपलब्ध कराया गया है. डीएम ने निर्देश दिया है कि जरूरत पड़ने पर मुफ्त में नावों का परिचालन कराया जाएगा. जिले में एनडीआरएफ की टीम भी पूरी तरह से तैयार हैं. वहीं, डीएम ने लोगों से अपील भी किया. उन्होंने कहा कि अफवाहों पर ध्यान ना दें, जिला प्रशासन और स्थानीय प्रशासन के संपर्क में रहें. हमेशा सजग और सतर्क रहें.