किशनगंज: जिले के ठाकुरगंज प्रखंड में बनी एक मात्र झील 'कचूदह' आज सरकारी उदासीनता का शिकार हो रही है. लगभग 70 एकड़ में फैली इस झील को किशनगंज पर्यटक स्थल में भी जगह दी गई है. लेकिन इसका सौन्दर्यीकरण नहीं होने की वजह से यह झील धीरे-धीरे सिमटती जा रही है.
बता दें कि 70 एकड़ में फैली कचुदह झील पर्यटन विभाग की लापरवाही की वजह से अपना अस्तित्व खोने की कगार पर है. झील के चारो तरफ झाड़ियां उग गई हैं. वहीं, इस झील में सैलानी पक्षी के कई प्रजातियां इस झील में आते हैं.
करीब 100 साल पुरानी है झील
स्थानीय लोगों का कहना है कि ये झील करीब 100 साल पुरानी है. पहले इस झील को देखने के लिए पर्यटक दूर दराज और पड़ोसी देश नेपाल से भी आते थे. लेकिन अब यह झील जंगलों से चारो और से घिर गया है. जिसकी वजह से पर्यटको का आना बंद हो गया है. लोगों के मुताबिक अगर सरकार इस झील का सौन्दर्यीकरण करवा देती है, तो इस ओर एक बार फिर से पर्यटकों का रुझान बढ़ जाएगा. जिसकी वजह से स्थानीय लोग छोटा व्यापार कर सकेंगे और उन्हें भी रोजगार मिल जाएगा.
जिलाधिकारी ने सौन्दर्यीकरण का दिया भरोसा
जिलाधिकारी हिमांशु शर्मा ने बताया कि इस झील का सौन्दर्यीकरण जल्द ही कराया जाएगा. इसके लिए संबंधित विभाग को आदेश दिए जाएंगे. जिलाधिकारी ने बताया कि ये जगह पहले से ही पर्यटक स्थल है. इस वजह से जल्द ही इसका सौन्दर्यीकरण किया जाएगा.