किशनगंजः उत्पाद विभाग के क्लर्क का शराब में बेसुध होकर हंगामा करने की खबर ईटीवी भारत पर प्रकाशित होते ही डीएम ने मामले को गंभीरता से संज्ञान में लेते हुए दो सदस्यीय जांच टीम का गठन किया है. एसडीएम और डीटीओ को जांच करने का दिया आदेश दिया है.
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उत्पाद अधीक्षक से जांच रिपोर्ट मांगी गई
पूरे मामले पर उत्पाद अधीक्षक से 24 घंटे में जांच रिपोर्ट मांगी गई है. हालांकि लोगों का आरोप है कि उत्पाद अधीक्षक सत्तार अंसारी इस पूरे मामले में पर्दा डालने का प्रयास कर रहे है. जानकारी के मुताबिक इस मामले में उत्पाद विभाग से मिलीभगत कर सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में अज्ञात युवक के द्वारा जावेद आलम पूर्णिया निवासी के नाम से चिकित्सक को दिखाने वाला पर्ची कटाया गया.
नशे में धुत क्लर्क ले जाते जवान जांच नहीं कराने का आरोप
अस्पताल में ड्यूटी में पर मौजूद चिकित्सक से जांच कराए बगैर चला गया. वहीं ड्यूटी में मौजूद चिकित्सक कुमार गौरव ने बताया कि मेरे ड्यूटी में रहते हुए जावेद आलम नाम का कोई व्यक्ति जांच के लिए नहीं आया है.अस्पताल के सीसीटीवी में भी बुधवार के दोपहर से संध्या तक जावेद आलम का प्रवेश सदर अस्पताल में नहीं दिखा है. वहीं सवाल उठता है कि जब जावेद आलम सदर अस्पताल नहीं आया तो उसके नाम का इमरजेंसी वार्ड में पर्ची कैसे कट गई .
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बुधवार को किया था हंगामा
बता दें कि बुधवार को शहर के बिहार बस स्टैंड के पास उत्पाद विभाग किशनगंज का क्लर्क मो. जावेद आलम ने शराब के नशे में धुत होकर घंटों तक सड़क किनारे पड़ा रहा. वहीं, स्थानीय लोगों ने जब नशे में धुत उक्त व्यक्ति को उठाने का कोशिश की तो लोगों के साथ गाली-गलौज करने लगा. इस दौरान कुछ लोगों ने वीडियो बना लिया. वहीं स्थानीय लोगों के सूचना पर उत्पाद अधीक्षक सत्तार अंसारी ने विभाग के एएसआई विकास कुमार को घटनास्थल भेज जावेद आलम को सदर अस्पताल में जांच कराने के बजाय कहीं और भेजे जाने दिया.