किशनगंज: शहर के रुइधासा मैदान में कांग्रेस ने जन आक्रोश प्रदर्शन रैली का आयोजन किया. इस रैली में सीएए, एनआरसी और एनपीआर के विरोध में मंच पर सांसद डॉ. जावेद आजाद के साथ-साथ मशहूर शायर इमरान प्रतापगढ़ी, और बहादुरगंज के कांग्रेस विधायक तौशिफ आलम मौजूद रहे. रैली में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए मशहूर शायर और कांग्रेस नेता इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा कि सीएए और एनआरसी का शांतिपूर्ण विरोध कर रहे जामिया और एएमयू के छात्रों पर जो जुल्म हुआ वो बड़ा खौफनाक था. पुलिस ने छात्रों पर बर्बरता पूर्ण करवाई की थी.
इमरान प्रतापगढ़ी ने बताया कि यह कोई राजनीतिक प्रदर्शन नहीं है यह लोगों के लिए बनाए गए काले कानून के खिलाफ में आक्रोश है, जो फूट कर बाहर निकल रहा है. अगर सरकार ने जामिया और एएमयू के छात्रों पर लाठीचार्ज नहीं करवाया होता, तो लोग ऐसे प्रदर्शन नहीं करते. लोग तो सिर्फ सोशल मीडिया पर अपने विचार रख रहे थे. सरकार को ऐसा काला कानून लाना ही नहीं चाहिए था, जिसमें लोगों को जाति-धर्म के नाम पर बांटा जाए.
क्या बोले इमरान प्रतापगढ़ी गांधी परिवार ने खोए दो-दो बेटे- इमरान प्रतापगढ़ी
इमरान प्रतापगढ़ी ने बिहार प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल के उस बयान का जवाब दिया, जिसमें उन्होंने राहुल गांधी को विदेशी मां का बेटा कहा है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ऐसे परिवार से हैं, जिसने अपने दो-दो बेटों को देश के लिए कुर्बानी दी है. कांग्रेस नेता और शायर ने कहा कि मैं किसी पार्टी के लिए ये विरोध प्रदर्शन नहीं कर रहा हूं, मुझे जो लोग भी एनआरसी और सीएए के खिलाफ बोलने के लिए आमंत्रित करेगा. मैं उनके साथ एक मंच पर आऊंगा.
'नीतीश पर नहीं किया जा सकता विश्वास'
मंच पर मौजूद इमरान प्रतापगढ़ी ने शायराना अंदाज में कहा कि एनआरसी, सीएए और एनआरपी वैसे ही हैं जैसे रंगा-बिल्ला और बिल्ला-रंगा एक हैं. उन्होंने बताया कि एनपीआर को लागू करना यानी कि एनआरसी को लागू करने जैसा ही है. सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा कि उनके ऊपर चार-पांच बार विश्वास कर लिया है, अब विश्वास करने का तो कोई सवाल ही नहीं उठता.