किशनगंज:रेलवे स्टेशन पर बुधवार को हॉकरों ने विरोध प्रदर्शन किया. यह प्रदर्शन रेलवे प्रशासन के खिलाफ किया गया. वहीं, हॉकरों ने कहा कि रेलवे की तरफ से उन्हें अपने सामान बेचने की अनुमति नहीं दी जाती है. ऐसे में हमलोग मजबूरन अपने परिवार के साथ आत्महत्या कर लेगे. हॉकरों ने प्रधानमंत्री मोदी से भी गुहार लगाई है.
रेलवे मंत्रालय ने ट्रेनों में अवैध रूप से सामान बेचने वाले हॉकरों के खिलाफ प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया है. इसके बाद हॉकरों ने किशनगंज रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शन किया. हॉकरों ने अपनी मांगों के समर्थन में प्रदर्शन किया. रेलवे प्रशासन से अपनी मांगों पर विचार करने की अपील की.
अपनी मांगो को लेकर प्रदर्शन करते हॉकर रोजी-रोटी पर संकट
हॉकर यूनियन के सचिव पवन सिंह ने बताया कि सैकड़ो हॉकरों का परिवार का गुजर-बसर वर्षों यहीं से चलता आ रहा है. सरकार के इस आदेश से उनकी रोजी-रोटी छिन गई है. उनके सामने आर्थिक संकट पैदा हो गया है. कुछ हॉकर तो उम्र के अंतिम पड़ाव पर हैं. तकरीबन 40 वर्षों से ट्रेनों में हॉकर का ही कारोबार कर परिवार की लालन-पालन कर रहे थे. ये लोग कोई दूसरा काम भी नहीं कर सकते हैं.
रेलवे का बहुत पुराना नियम
कई हॉकरों ने बताया कि दुर्गा पूजा नजदीक है. बच्चों की स्कूल फीस भरनी है. परंतु उन्हें कुछ समझ नहीं आ रहा है कि वे करें तो क्या करें. वहीं, इस संबंध में किशनगंज के स्टेशन प्रबंधक दीपक कुमार ने बताया कि ट्रेनों में गलत रूप से कोई भी सामान नहीं बेचा जा सकता है. यह कोई नया नियम कानून नहीं है. यह रेलवे का बहुत पुराना ही नियम है जिसपर अब सख्ती बरती जा रही है.