किशनगंज: जिले और नेपाल के तराई क्षेत्रों में हो रही बारिश से सभी नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. जिस कारण जन जीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है. नदी के तटवर्ती और निचले इलाकों मे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. लोग काफी परेशान हैं.
ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट गाछपड़ा पंचायत के हताटपाड़ा गांव स्थित डोंक नदी ने जिले में ज्यादा प्रलय मचाया है. बाढ़ का पानी लोगों के घरों में घुस गया है. दर्जनों घर डूब चुके हैं. लोग भूखे-प्यासे सरकारी मदद की आस लिए बैठे हैं. बच्चे- बूढ़ों में त्राहिमाम मचा हुआ है.
पलायन कर रहे लोग
बाढ़ के पानी से लोगों के घर, सामान सब बह गए हैं. मजबूरी में लोग जान बचाने के लिए पलायन कर रहे हैं. ग्रामीण अपना घर छोड़कर इधर-उधर भटक रहे हैं. लोगों का कहना है कि प्रशासन की तरह से उन्हें कोई खास मदद नहीं मिल रही है. केवल एक नाव उन्हें मुहैया कराई गई है, जिसे वह बचाव कार्य के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं. वहीं, जिन लोगों के पक्के मकान हैं, वह छत पर शरण लिए हुए हैं.
सरकारी मदद नहीं मिलने से लोग नाराज
ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन के सभी दावे धरातल पर फेल हैं. प्रशासन की तरफ से ग्रामीणों को कोई भी सुविधा मुहैया नहीं कराई जा रही है. ना तो उनके रहने का कोई इंतजाम हुआ है और ना ही खाने-पीने का. बता दें कि गांव पूरी तरह टापू में तब्दील हो चुका है. बिजली आपूर्ति भी पूरी तरह ठप है.