किशनगंजःसदर अस्पताल किशनगंज में एक बार फिर अस्पताल कर्मियों की बड़ी लापरवाही सामने आई है. जहां कई महिला मरीजों को एक्सपायरी सलाइन चढ़ा दी गई. उनमें से एक महिला की हालत गंभीर हो गई.
जानकारी के मुताबिक सदर अस्पताल की पहली मंजिल के ओटी रूम के पास बने रिकवरी रूम में आधा दर्जन सीजर से प्रसव हुई महिलाओं को भर्ती किया गया था. उनमें से कई महिलाएं स्वस्थकर्मियों की लापरवाही से अपनी जान गवाने से बाल बाल बचीं. दरअसल यहां महिलाओं को एक्सपायरी सलाइन चढ़ा दी गई. लेकिन अचानक एक मरीज के परिजन की नजर सलाइन की बोतल पर पड़ी तो उन्होंने इसकी शिकायत ड्यूटी पर तैनात स्वास्थ्यकर्मी और नर्सों से की. इस पर नर्सों ने मरीजों के परिजन को यह कह कर चुप करवा दिया कि एक्सपायरी सलाइन एक दो महीना तक चल सकता है.
महिला मरीज की हालत हुई नाजुक
जब मरीज के परिजनों ने इसका विरोध किया तो आनन-फानन में स्वास्थ्यकर्मियों ने सलाइन की बोतलों को खोलकर फेंक दिया. वहीं, कुछ मरीज के परिजनों ने एक्सपायरी सलाइन की बोतल को अपने पास रखना चाहा. लेकिन स्वास्थ्य कर्मियों ने उनसे छीन लिया. वहीं, एक्सपायरी सलाइन चलाने से एक महिला मरीज की हालत नाजुक हो गई.
' विरोध करने पर स्वास्थ्यकर्मियों ने कहा कि कोई बात नहीं है. एक्सपायरी सलाइन एक दो महीना तक चल सकता है'- मरीज के परिजन
अस्पताल प्रशासन ने चाहा मामले को रफा-दफा करना
मामला जब तूल पकड़ा तो आनन-फानन में अस्पताल प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर मामले को रफा-दफा करना चाहा. मरीज के परिजनों ने बताया कि अस्पताल कर्मियों की अनदेखी के कारण आज एक बड़ी अनहोनी हो सकती थी. इस मामले में परिजनों ने विरोध जताया और अस्पताल प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए.
'देखिये जान बूझकर तो कोई ऐसा करेगा नहीं, मामले की जांच की जाएगी. जो दोषी पाए जाएंगे उन पर कार्रवाई की जाएगी. एक्सपायरी सलाइन के कारण कुछ मरीजों का स्वास्थ बिगड़ा था लेकिन अभी सभी स्वस्थ हैं'- डा. अनवर हुसैन, अस्पताल उपाधीक्षक
पढ़ें ये खबर :सत्ता की धौंस दिखा रही CDPO का भ्रष्टाचार चरम सीमा पर! बावजूद मिली है 4 प्रखंडों की जिम्मेदारी
ईटीवी भारत के सवाल
- सवाल नंबर- 1 : सलाइन नंवबर 2020 में ही एक्सपाइरी हो गया था, तो इसकी जानकारी क्या अस्पताल प्रशासन को नहीं थी?
- सवाल नंबर- 2 : स्टोर कीपर या फार्मासिस्ट दवाई और सलाइन का रिकॉर्ड चेक नहीं करते हैं? अगर रिकॉर्ड चेक करते हैं तो इतनी बड़ी लापरवाही कैसे हुई?
- सवाल नंबर-3 : क्या नर्स और स्वास्थ्यकर्मी अस्पताल के वार्डों पर स्टोर से लाई गई दवाईयों और सलाइन की एक्सपायरी डेट चेक नहीं करते हैं?
दवाईयां लेते समय एक्सपायरी डेट अवश्य देखें
बिहार में सुशासन की सरकार भले ही लोगों की सेहत के प्रति गंभीर हो लेकिन जिले के स्वास्थ्य विभाग सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं. किशनगंज सदर अस्पताल की स्वास्थ्य व्यवस्था लोगों की जान के साथ खिलवाड़ कर रही है. अगर आप किशनगंज सदर अस्पताल में भर्ती हैं तो थोड़ा सावधान हो जाएं और यहां पर दवाईयां लेते समय एक्सपायरी डेट आवश्यक देख लें.