दिल्ली/ किशनगंजः सीमांचल के सुरजापुरी मुस्लिम समाज को OBC आरक्षण सूची में शामिल कराने के लिए किशनगंज सांसद डॉ मोहम्मद जावेद आज़ाद ने लोकसभा में मुद्दा को उठाया. सांसद ने सदन में सुरजापुरी शैली में बात शुरू करते हुए कहा कि सुरजापुरी समाज के लोगों को केंद्रीय स्तर पर आरक्षण दिया जाए ताकि क्षेत्र के आर्थिक और शैक्षणिक पिछड़ापन को दूर किया जा सके.
'पिछड़ापन दूर करने के लिए आरक्षण जरूरी'
कांग्रेस सांसद जावेद आजाद ने कहा कि सीमांचल के अंतर्गत आने वाली सभी जिलों के सुरजापुरी मुस्लिम बिरादरी को राज्य में BC2 का दर्जा प्राप्त है. लेकिन बार-बार मांग किए जाने पर भी केंद्र में अब तक आरक्षण का लाभ नहीं मिल पाया है जो बहुत ही दुखद है. सुरजापुरी मुस्लिम समुदाय को देश की मुख्यधारा में लाने के लिए केंद्रीय स्तर पर सामाजिक न्याय के अंतर्गत ओबीसी लिस्ट में शामिल करना होगा. तभी हमारे क्षेत्र के लोगों को आर्थिक और शैक्षणिक पिछड़ेपन को दूर किया जा सकता है.
सुरजापुरी मुस्लिमों को आरक्षण की मांग कई जिलों में बोली जाती है सुरजापुरी भाषा
कांग्रेस सांसद जावेद आजाद ने केंद्र सरकार से अपील करते हुए कहा कि सुरजापुरी बिरादरी को ओबीसी का दर्जा दें. ताकि समाज के लोग अपने मुल्क की तरक्की में शामिल हो सकें. सीमांचल के किशनगंज, अररिया, पुर्णिया और कटिहार में सुरजापुरी भाषा बोली जाती है. सुरजापुरी बिरादरी के लोगों की संख्या इन जिलों में काफी है. किशनगंज कांग्रेस सांसद मोहम्मद जावेद आजाद भी सुरजापुरी समाज से आते हैं.
1995 से लड़ रहे हक की लड़ाई
सीमांचल के चार जिलों में सुरजापुरी बिरदारी के लोग काफी संख्या में रहते हैं. जानकारी के मुताबिक 1995 से ही समाज के लोग अपनी हक की लड़ाई लड़ रहे हैं. कई बार बिहार के नेताओं ने समाज के लोगों को विश्वास तो दिलाया लेकिन आज तक मांगें पूरी नहीं की गई. अब कांग्रेस सांसद ने जावेद आजाद ने पहली बार संसद में मामले को उठाया है. सांसद की पहल को जानने के बाद समाज के लोगों में खुशी की लहर है.