किशनगंज:हिंडनबर्ग नाम की अमेरिकी फर्म ने जानेमाने उद्योगपित गौतम अडाणीकी अगुवाई वाले समूह की कंपनी पर गंभीर आरोप लगाए हैं. फर्म ने एक रिपोर्ट जारी की थी. रिपोर्ट में अडाणी समूह पर शेयरों में गड़बड़ी और धोखाधड़ी में शामिल होने का आरोप लगाया गया था. इस मामले को लेकर संसद के दोनों सदनों में हंगामा किया गया. इसपर जब सीएम नीतीश कुमार से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि सबकुछ सामने आ चुका है. हम भी सुने हैं. उनके काम का कोई खास मतबल नहीं है. हमें भी इंतजार है, मामले में क्या कार्रवाई की जाती है.
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बोले सीएम नीतीश- 'अडाणी मामले में कार्रवाई का इंतजार': दरअसल सीएम नीतीश कुमार समाधान यात्रा के 19वें दिन किशनगंज पहुंचे थे. यहां उन्होंने कई योजनाओं का उद्घाटन किया. तालाब में हंस छोड़ कर पर्यावरण संरक्षण का नीतीश कुमार ने संदेश भी दिया. इसी दौरान सीएम नीतीश ने अडाणी केस पर अपनी प्रतिक्रिया दी और चुटकी लेते हुए कहा कि कार्रवाई का इंतजार तो हो ही रहा है.
"अडाणी मामले में हम भी कुछ सुने हैं. उसका काम का कोई खास मतलब नहीं है, देखना चाहिए था. अब तो सारी चीजें प्रकाश में आ ही गई है. हमलोग तो अब वेट कर रहे हैं, क्या होता है."- नीतीश कुमार, सीएम,बिहार
सीएम नीतीश की किशनगंज में समाधान यात्रा: किशनगंज में सीएम नीतीश ने समाधान यात्रा के दौरान भेड़िया डांगी स्थित रेशम धागा उत्पादन केंद्र का जायजा लिया और रेशम धागा उत्पादन का जायजा लिया. साथ ही जीविका दीदियों से उन्होंने उत्पादन संबंधी जानकारी प्राप्त की. वहीं सीएम ने यहां जनसंवाद कार्यक्रम में भी हिस्सा लिया. जनसंवाद कार्यक्रम में बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे. ग्रामीणों की समस्याओं से सीएम अवगत हुए.
नव निर्मित तालाब की सौगात: सीएम नीतीश कुमार डेरा मारी पंचायत सरकारी भवन पहुंचे और पंचायत सरकार भवन में नव निर्मित तालाब का उद्घाटन किया. साथ ही यहां उन्होंने लाइब्रेरी का भी उद्घाटन किया. सीएम ने यहां जल जीवन हरियाली योजना के तहत नव निर्मित तालाब का फीता काटकर और गुब्बारा उड़ा कर उद्घाटन किया. तालाब देखकर नीतीश कुमार काफी प्रसन्न दिखे. इस दौरान उनके साथ मंत्री जमा खान,विजय चौधरी ,संजय झा ,अशोक चौधरी के साथ साथ कई विभागों के वरीय अधिकारी मौजूद थे.
क्या है पूरा मामला: दरअसल हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि अडाणी की कंपनियों का प्राइज अर्निंग रेश्यो दूसरी कंपनियों से ज्यादा है. अडाणी समूह ने शेयर मार्केट में हेराफेरी करके अपने शेयर की कीमत बढ़वाई है. अडाणी ने मॉरीशस और दूसरे देशों की कंपनियों में पैसे लगाए हैं. उन कंपनियों ने बाद में अडाणी ग्रुप की कंपनी से शेयर खरीदे. रिपोर्ट में ये भी कहा गया कि अडाणी ग्रुप पर 2.20 लाख करोड़ का भारी कर्ज है.कंपनियों ने बहुत ज्यादा लोन ले रखा है.अडाणी ग्रुप की कई कंपनियों ने तो अपने शेयर तक गिरवी रखकर कर्ज लिया है.अडाणी ने बीते दिनों एसीसी और अंबुजा कंपनी खरीदने के लिए भी लोन लिया था. बैंकों के पास वसूलने के लिए अडाणी के शेयर के अलावा और कुछ नहीं है.