किशनगंज: बिहार के शिक्षा विभाग (Bihar education department) का कारनामा बीच-बीच में चर्चा का विषय बनता रहता है. इसे लेकर काफी हो-हल्ला भी मचता है, फिर जांच के नाम पर मामला धीरे-धीरे ठंडा पड़ जाता है. अब किशनगंज में शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही (Bihar education department negligence in kishanganj) सामने आई हैं. जिले के सरकारी स्कूलों में पांचवीं व आठवीं की 2022 की वार्षिक परीक्षा में 2019-20 के प्रश्न पत्र से परीक्षा ली जा रही है.
10 मार्च तक चलेगी परीक्षा: सरकारी स्कूलों में पांचवीं और आठवीं की परीक्षा सात मार्च से शुरू हो गई हैं. किशनगंज के सभी सरकारी स्कूलों में पांचवीं और आठवीं की परीक्षा सात मार्च से लेकर 10 मार्च तक चलेगी. जिले के अधिकांश स्कूलों को विद्यार्थियों की संख्या के अनुरुप प्रश्न-पत्र उपलब्ध नहीं कराए गए हैं. मजबूरन शिक्षक को ब्लैक बोर्ड पर प्रश्न लिखकर परीक्षा ले रहे हैं. यह विभागीय उदासीनता को उजागर करता है.
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प्रश्न पत्रों की संख्या भी अपर्याप्त: परीक्षार्थी पहले प्रश्न पत्र अपनी कॉपी में लिखते हैं. इसके बाद प्रश्नों के उत्तर कॉपी में लिखने पड़ते हैं. कई स्कूलों को जो प्रश्न पत्र उपलब्ध करवाए गए हैं, वे प्रश्न पत्र भी विद्यार्थियो की संख्या से काफी कम हैं. आश्चर्य की बात यह है कि जिन स्कूलों को प्रश्न-पत्र दिए गए हैं, वह सत्र 2019-20 के हैं जबकि अभी शैक्षणिक वर्ष 2021-22 चल रहा है.