किशनगंज: जिले में कनकई नदी के किनारे मिला प्राचीन काल की मूर्ति मिली है. बिरनिया गांव के वार्ड संख्या पांच के ग्रामीणों केा मंगलवार को कनकई नदी में मछली पकड़ने के क्रम में एक प्राचीन काल की मूर्ति मिली है. मूर्ति मिलने की जानकारी मिलते ही मौके पर स्थानीय लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. इस बीच ग्रामीणों ने मूर्ति मिलने की सूचना बहादुरगंज थाने को दी. सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष सुमन कुमार सिंह दल-बल के साथ कनकई नदी के तट पर पहुंचे और मूर्ति को जब्त कर बहादुरगंज थाना ले गए.
किशनगंज : कनकई नदी के पास मिली प्राचीन मूर्ति, जांच में जुटी पुलिस - cculpture found in kishanganj
किशनगंज के कनकई नदी किनारे ग्रामीणों को प्राचीन मूर्ति मिली है. इसकी खबर मिलते ही इलाके में मूर्ति देखने की होड़ मचने लगी. वहीं पुलिस मूर्ति को जब्त कर जांच कर रही है.
बाहादुरगंज थानाध्यक्ष सुमन कुमार ने बताया कि नदी से प्राप्त मूर्ति काफी प्राचीन काल की है. जिसका वजन लगभग एक किलो है. प्रथम दृष्टया मूर्ति पीतल की लग रही है. लेकिन हो सकता है अष्टधातु का भी हो सकता है. बताया जाता है कि मूर्ति को पुरातत्व विभाग के विशेषज्ञ के पास जांच हेतु भेजा जाएगा. फिलहाल बाहादुरगंज थाना में मूर्ति को सुरक्षित रख लिया गया है.
जांच में जुटी पुलिस
मूर्ति मिलने की खबर गांव मे आग की तरह फैल गई. जिसके बाद काफी तादाद में लोगों की भीड़ नदी किनारे उमड़ पड़ी. वहीं बाहादुरगंज थाना में मूर्ति लाने के बाद ग्रामीण थाना परिसर में भी दर्शन के लिए पहुंच गए. सूत्रों की मानें तो कोविड-19 को लेकर इंडो-नेपाल अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पुलिस और एसएसबी की कड़ी निगरानी और गश्ती की जा रही है. जिस कारण मूर्ति तस्कर अष्टधातु प्राचीन मूर्ति को नेपाल सीमा से बिल्कुल सटे बिरनिया गांव के कनकई नदी के किनारे फेंक कर फरार हो गए हों. बता दें कि इससे पहले भी बहादुरगंज थाना ने दो मूर्ती तस्कर को गिरफ्तार कर चुकी है. फिलहाल पुलिस इस मामले में छानबीन कर रही है.