किशनगंज: एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने गुरुवार को बिहार विधानसभा चुनाव में अपनी दावेदारी की घोषणा कर दी है. हालांकि उन्होंने अभी ये स्पष्ट नहीं किया कि वो किस विधानसभा से चुनाव लड़ेंगे. गुरुवार को एक बैठक में उन्होने इसकी घोषणा की है.
किशनगंज: एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष ने की विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा - बिहार महासमर 2020
एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने गुरुवार को बिहार विधानसभा चुनाव में अपनी दावेदारी की घोषणा कर दी है.
बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखें नजदीक आते ही जिले में राजनीतिक हलचल भी तेज होती जा रही है. गुरुवार को एआईएमआईएम के बिहार प्रदेश अध्यक्ष ने बिहार विधानसभा चुनाव में अपनी दावेदारी की घोषणा कर दी है. अख्तरुल ईमान ने बताया कि पार्टी ने फैसला लिया कि वो भी विधानसभा चुनाव लड़ें. उन्होंने कहा कि अभी पार्टी द्वारा सर्वे कराया जा रहा है की उन्हें किस विधानसभा से चुनाव लड़ना है. अख्तरुल ईमान ने कहा कि पहले उनके घटक दलों के साथ सीटों का बंटवारा हो जाए उसके बाद ही कुछ स्पष्ट हो पाएगा. वहीं उन्होंने एक बार फ़िर अन्य राजनीतिक पार्टियो पर सीमांचल के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया है. साथ ही उन्होंने सीमांचल के विकास के लिए सीमांचल को विशेष दर्जा देने की मांग बुलंद की.
अख्तरुल ईमान का राजनीतिक सफर
अख्तरुल ईमान 2005 में पहली बार राजद के टिकट पर किशनगंज विधानसभा सीट से चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे. फ़िर दूसरी बार 2010 में राजद के ही टिकट पर कोचाधामन विधानसभा से चुनाव जीता. वर्ष 2014 में लोकसभा चुनाव के वक्त उन्होने राजद का दामन छोड़ जदयू का दामन थाम लिया और जदयू ने अख्तरुल ईमान को किशनगंज लोकसभा से अपने उम्मीदवार के रूप मे घोषणा कर दिया. लेकिन मतदान से 10 दिन पुर्व ही उन्होंने चुनाव ना लड़ने की घोषणा कर दी. 2014 लोकसभा चुनाव के बाद उन्होने एआईएमआईएम का दामन थाम लिया और पार्टी ने उन्हे बिहार का प्रदेश अध्यक्ष बना दिया. जिसके बाद एआईएमआईएम के टिकट पर उन्होंने 2015 का विधानसभा चुनाव कोचाधामन विधानसभा से लड़ा. लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा. उसके बाद 2019 मे लोकसभा चुनाव में भी उन्हे हार का सामना करना पड़ा था. वहीं अब 2020 विधानसभा चुनाव में एक बार फिर से वो चुनाव लड़ेंगे.