खगड़िया : विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख और पूर्व मंत्री मुकेश सहनी आज अपनी निषाद आरक्षण संकल्प यात्रा के क्रम में खगड़िया पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कहा कि 25 जुलाई से वे संकल्प यात्रा पर निकले हैं. इस दौरान वे लोगों को निषाद आरक्षण को लेकर संघर्ष करने के लिए जागरूक कर रहे हैं, तथा संघर्ष और लड़ाई लड़ने के लिए संकल्प करवा रहे हैं.
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'हनुमान जी की तरह खुद की शक्ति को समझना होगा' : पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने अपनी आरक्षण संकल्प यात्रा के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आज हमलोगों के पास सबसे बड़ा हथियार वोट का अधिकार है. लेकिन हमे इस ताकत को हनुमान जी की तरह पहचानने की जरूरत है. हनुमान जी को जब अपनी ताकत का एहसास हुआ तो उन्होंने रावण की लंका जला दी. हमें भी इस वोट के ताकत को पहचानना होगा. जो हमारी सुनेगा, उसकी हम सुनेंगे. जो हमारी नहीं सुनेगा उसकी हम नहीं सुनेंगे. उन्होंने लोगों के बेहतर भविष्य के लिए, अपने हक और अधिकार के लिए संघर्ष के लिए हाथों में गंगा जल देकर संकल्प भी करवाया.
''कई अन्य राज्यों में निषादों को आरक्षण मिला हुआ है, लेकिन आज बिहार, यूपी और झारखंड में इस आरक्षण को लेकर हमलोगों को संघर्ष करना पड़ रहा है. पहले सभी लोग आदि मानव थे लेकिन जब मानव बने तो जाति, धर्म में बांट दिया गया। आज कई जातियों में 95 प्रतिशत अमीर हैं जबकि कई जातियों में 95 प्रतिशत लोग गरीब हैं.''- मुकेश सहनी, वीआईपी, प्रमुख
'निषादों को आरक्षण मिला होता तो ये न होता': उन्होंने कहा कि हमे अपने अधिकार की लड़ाई खुद लड़नी होगी. उन्होंने साफ लहजे में कहा कि अगर निषादों को आरक्षण पहले मिल गया होता तो आज निषाद के बच्चों को नदी में मछली नहीं मारना पड़ता. उन्होंने कहा कि जिस समाज के लोगों ने यह लड़ाई आगे लड़ी वह आगे बढ़ गए. आज की यात्रा झीमा से शुरू हुई, उसके बाद बलुआही, रोहरी दुर्गा स्थान होते हुए गांधी उच्च विद्यालय, बेलदौर पहुंची.