खगड़िया:बिहार के खगड़िया जिले में कोसी नदी में कटाव(Kosi River Erosion In Khagaria) को लेकर ग्रामीण काफी परेशान और चिंतित नजर आ रहे हैं. इस समस्या को लेकर कई बार जिला प्रशासन से गुहार लगायी जा चुकी है लेकिन अभी तक कटाव निरोधक कार्य शुरू नहीं कराया गया है.
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जिले के बेलदौर प्रखंड के तेलिहार और बलैठा पंचायत के पचाठ आदि ग्रामीण इलाकों में कोसी नदी का कटाव विकराल रूप लेता जा रहा है. बलैठा पंचायत के पचाठ गांव की बात करें, तो इस गांव में कई एकड़ जमीन कोसी नदी में विलीन हो चुकी है. कटाव की रफ्तार इतनी तेज है कि अगर समय रहते कटाव निरोधक कार्य शुरू नहीं किया गया, तो कई पंचायतों का भूगोल बदल सकता है.
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इस समस्या को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता चंदन सिंह लगातार ग्रामीणों के सहयोग से कटाव रोकने का प्रयास कर रहे हैं. इस संदर्भ में जिला प्रशासन और बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारियों से मिलकर कटाव निरोधक कार्य चलाने की गुहार लगा रहे हैं लेकिन उसका कोई परिणाम नहीं निकल पा रहा है. चंदन सिंह का कहना है खगड़िया के डीएम कटाव जैसे संवेदनशील मामले में संवेदनहीन बने हुए हैं और सिर्फ सोशल मीडिया पर एक्टिव रहकर अपने आप को बेहतर प्रशासक साबित करने की कोशिश करते हैं. उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर समय रहते कटाव निरोधक कार्य शुरू नहीं किए गए तो वृहद आंदोलन किया जाएगा.
'हमारे पूर्वज भी इस समस्या को लेकर विस्थापित हो चुके हैं. आने वाले 10 से 15 दिनों के अंदर यदि जिला प्रशासन कोई ध्यान नहीं देता है, तो कटाव पुराने धार में मिल जाएगा. इस पंचायत का भौगोलिक स्थिति नक्शा से समाप्त हो जाएगा. कई अधिकारी नदी का निरीक्षण करके चले आते हैं लेकिन कार्य नहीं कराया जाता है. हमारे जिलाधिकारी बस सोशल मीडिया पर ही एक्टिव रहते हैं. इससे अच्छे इसके पहले के जिलाधिकारी थे.' -चंदन सिंह, राजद नेता
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