खगड़िया: कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए सरकार लॉकडाउन को लगातार बढ़ा रही है. इससे कोरोना संक्रमण का खतरा तो कम हो रहा है. लेकिन गरीब मजदूर तबके के लोगों में और भीख मांग कर गुजर करने वाले लोगों की स्थिति खराब होती जा रही है. आलम ये है कि इन्हें दो वक्त का खना तक सही से नसीब नहीं हो रहा है.
लॉकडाउन में बढ़ी गरीबों की परेशानी, अन्न तक नहीं हो रहा नसीब - खगड़िया लॉकडाउन
लॉकडाउन में काम नहीं होने के कारण गरीब मजदूर और भीख मांगकर पेट पालने वाले लोगों की स्थिति बदतर हो गई है. आलम ये है कि लोगों को अब भूखा सोना पड़ रहा है.
गरीब मजदूरों को लॉकडाउन की वजह से काम नहीं मिल रहा है. इस कारण लोगों को खाने के लाले पड़ रहे हैं. हालांकि सरकार हर वर्ग तक इस संकट की घड़ी में मदद पहुचाने की कोशिश कर रही है. सीएम नीतीश कुमार की ओर से बिहार में 1 महीने का राशन मुफ्त में दिया गया. जिनके पास राशन कार्ड नहीं है. उनके खाते में 1 हजार रुपया भेजा गया. लेकिन इन 1 हजार रुपये से ये महीने तक का राशन खरीद पाना असंभव सा है.
भूखे सो रहे गरीब
खगड़िया जिले से ऐसे लोगो की वास्तविक स्थिति ये है कि मजदूर तबके के लोग कई दिनों से भूखे हैं. इनके पेट में अन्न का दान नहीं जा रहा है. ऐसे हजारों लोग हैं जो दिन भर की कमाई के बाद शाम में राशन लेकर घर जाते हैं तब घर का चूल्हा जलता है. लॉकडाउन में काम नहीं होने के कारण भूखे सोने की नौबत आ चुकी है.